लोगों के लिए परेशानी और बच्चों का खौफ बने बुलेट के पटाखे
बुलेट मोटरसाइकिल के साइलेंसर को माडिफाई करवाकर या उसकी स्पीड को कम ज्यादा कर पटाखे चलाने वाले आमजन की परेशानी तो बच्चों के लिए खौफ बन चुके हैं।
सुक्रांत, जालंधर : बुलेट मोटरसाइकिल के साइलेंसर को माडिफाई करवाकर या उसकी स्पीड को कम ज्यादा कर पटाखे चलाने वाले आमजन की परेशानी तो बच्चों के लिए खौफ बन चुके हैं। शहर में बीते कुछ वर्षो में सैकड़ों दुर्घटनाएं सिर्फ इस वजह से हो चुकी हैं कि बुलेट चालक पटाखे बजाते चलते हैं। बुलेट चालकों के इस पलभर के मजे का भुगतान सैकड़ों लोग कर चुके हैं। जो लोग बुलेट बाइक से बजने वाले पटाखों की वजह से परेशानी झेल चुके हैं या कोई चोट खा चुके हैं, वो ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं लेकिन जिन लोगों को अभी बुलेट के पटाखों की वजह से कोई चोट या सदमा नहीं लगा है वो भी इससे होने वाले ध्वनि प्रदूषण के कारण सरकार से इसे बैन करने की मांग कर रहे हैं।
..जब लगा गोली चली
बर्तन बाजार में रहने वाले मुनीष बाहरी ने बताया कि एक बार वो रात के समय अपने घर पर सो रहे थे। रात करीब एक बजे गली में गोली चलने की आवाज आई तो वो और उनका परिवार हड़बड़ा कर उठ बैठे। वह घर से बाहर भागे कि कहीं किसी को गोली लगने से नुकसान तो नहीं हुआ। बाहर पहुंचे तो देखा कि आस पड़ोस वाले भी बाहर ही खड़े थे। बाद में पता चला कि गली में से एक बुलेट सवार निकला था जिसके बुलेट के साइलेंसर से पटाखे चले थे। उनके पड़ोस में रहने वाले बुजुर्ग दंपती जोरदार आवाज की वजह से इतना डर गए थे कि उनको अस्पताल में ले जाना पड़ा।
गोली की आवाज आई, जांच में पता चला बुलेट पटाखे थे
शहीद बाबू लाभ सिंह नगर के रहने वाले सुरिदर मदान ने बताया कि एक बार वह रात के समय घर के बार ही सैर कर रहे थे। इसी बीच पीछे से आ रहा एक बुलेट बाइक सवार पास से गुजरा। थोड़ी दूर ही गया था कि जोरदार गोली चलने की आवाज आई। वह भागकर मौके पर पहुंचे तो देखा कि वहां पर कुछ नहीं था। कुछ और लोग भी बाहर आ गए थे और उन्होंने भी कहा कि गोली चली है। तुरंत पुलिस को मौके बुलाया गया, पुलिस आई और वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की तो बुलेट सवार वहां से पटाखे मार कर निकला था। घबरा गया और लोगों ने संभाला
गुरुनानक पुरा में रहने वाले एमपी शर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले वो घर से बाहर किसी काम से निकले तो वहां पर कोई जानकार मिल गया। उसके साथ बातें कर रहे थे कि पीछे से बुलेट बाइक पर दो युवक निकले और उनके बुलेट से जोरदार गोली चलने जैसी आवाज आई। आवाज इतनी जोरदार थी कि वो घबराकर नीचे गिरते हुए बचे। लोगों ने उनको संभाला और पानी पिलाया। गिरते-गिरते संभले
गुरु नानक पुरा में रहने वाले नरेश कुमार ने कहा कि उनके इलाके में तो बुलेट के पटाखे चलाने वाले आम निकलते रहते हैं। बीते साल वो अपने दो बच्चों को बाइक पर स्कूल छोड़ने के लिए जा रहे थे। इस दौरान वहां से एक बुलेट सवार निकला जिसके पास आते ही जोरदार पटाखे की आवाज निकाल कर उनको इतना डरा दिया कि वो बच्चों सहित गिरने लगे थे लेकिन किसी तरह वो संभल गए। कानों को बहरा कर सकती है बुलेट पटाखों की आवाज
ईएनटी माहिर डा. संजीव शर्मा ने बताया कि सौ डेसीबल से ज्यादा ध्वनि कानों को बहरा कर सकती है। बुलेट से निकलने वाले पटाखे की आवाज रात के समय तकरीबन सौ डेसीबल के करीब रहती है जिससे लोगों को, खासतौर पर बच्चों को नुकसान कर सकती है। वहीं रात के समय सो रहे लोगों को चौंका देती है जिससे मानसिक तनाव पैदा हो सकता है।