सिंघू बार्डर पर बर्बरता में बड़ा खुलासा, लखबीर के गांव में कई बार दिखा था हत्यारोपित सरबजीत
Singhu Border Murder Case सिंघू बार्डर पर बर्बरता से तरनतारन के गांव के लखबीर सिंह की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। सामने आया है कि लखबीर की हत्या का आरोपित सरबजीत उसके गांव में कई बार दिखा था।
तरनतारन, [धर्मबीर सिंह मल्हार]। Singhu Border Murder Case: हरियाणा-दिल्ली के सिंघू बार्डर पर हुई लखबीर सिंह की बर्बरता से हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पता चला है कि लखबीर हत्या के मामले का आरोपित निहंग सरबजीत को कई बार उसके गांव में देख गया था। 15 अक्टूबर को तड़के कुंडली बार्डर पर गांव चीमा खुर्द निवासी लखबीर सिंह (34) की हत्या के मामले की जांच करने हरियाणा पुलिस की टीम शुक्रवार गांव चीमा खुर्द पहुंची थी। इसी दौरान यह खुलासा हुआ।
बता दें कि हरियाणा के थाना कुंडली में इस प्रकरण में हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सब इंस्पेक्टर सिकंदर सिंह की अगुआई में टीम ने लखबीर सिंह के पारिवारिक सदस्यों के बयान दर्ज किए। लखबीर की पत्नी जसप्रीत कौर ने कहा कि गांव के लोग दबी जुबां में कहते हैं कि निहंग सरबजीत सिंह गांव में घूमता रहा है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि क्या इसी क्षेत्र से संबंधित सियासी पैठ वाले गऊओं वाले बाबा के पास बाबा सरबजीत सिंह हत्या करने से पहले जाता रहा है। हालांकि इस बाबा से अभी कोई पूछताछ नहीं की गई।
हरियाणा की पुलिस परिवार के बयान लेने गांव चीमा खुर्द पहुंची
सरबजीत वही निहंग है, जिस पर आरोप है कि लखबीर की सबसे पहले बाजू काटी थी। लखबीर की हत्या के बाद परिवार ने दावा किया था कि वह अकेला दिल्ली नहीं जा सकता। उसे साजिशन ले जाया गया है। जांच में यह भी सामने आया है कि लखबीर की हत्या से पहले निहंग सरबजीत सिंह सियासी पैठ वाले गऊओं वाले बाबा के पास भी जाता रहा है। हालांकि पूरे मामले में राज्य सरकार की बनाई स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) के सदस्य और तरनतारन के एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क का कहना है कि अभी जांच शुरू हुई है। जांच मुकम्मल होने तक कुछ नहीं कहा जा सकता।
पत्नी और बहन ने दोहराया, साजिश के तहत लखबीर को ले जाकर मारा गया
तरनतारन के गांव चीमा खुर्द निवासी लखबीर सिंह की पत्नी जसप्रीत कौर ने फिर दावा किया कि उसके पति को साजिश के तहत मौत के घाट उतारा गया है। वह अकेला कभी कस्बा झब्बाल तक नहीं गया। लखबीर की बहन राज कौर राज कहती हैं कि लखबीर उससे 50 रुपये लेकर यह कहकर घर से गया था कि वह मंडी में काम करने जा रहा है। जब लौटेगा तो एक हजार रुपये लाकर देगा, परंतु छह दिन बाद (15 अक्टूबर को) लखबीर की हत्या की खबर मिली। राज कौर कहती है कि उसके भाई को साजिश के तहत गांव से ले जाकर मारा गया है।