Bharat Bandh Punjab: जालंधर में 10 घंटे का भारत बंद सफल, दोपहर बाद 4 बजे से बस और ट्रेनों का संचालन शुरू

जालंधर में किसानों और उनके समर्थकों की ओर से रोड-रेल का ब्लाकेड सोमवार शाम 4 बजे खोल दिया गया। किसानों ने इसकी घोषणा पहले से ही कर रखी थी। इसी के साथ जालंधर से बसों और ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 04:37 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 07:04 PM (IST)
Bharat Bandh Punjab: जालंधर में 10 घंटे का भारत बंद सफल, दोपहर बाद 4 बजे से बस और ट्रेनों का संचालन शुरू
जालंधर बस स्टैंड से बसों का संचालन शुरू हो गया है।

जासं, जालंधर। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आहूत भारत बंद के तहत किसानों और उनके समर्थकों की ओर से रोड-रेल का ब्लाकेड सोमवार शाम 4 बजे खोल दिया गया। किसानों ने इसकी घोषणा पहले से ही कर रखी थी। इसी के साथ जालंधर से बसों और ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया है। जालंधर से रेल यातायात शुरू किए जाने से पहले दो पायलट इंजन अमृतसर एवं लुधियाना रेल खंड के लिए रवाना किए जाने की तैयारी है। वहीं, जालंधर बस स्टैंड से बसों का आवागमन शुरू हो गया है। इससे पहले जिले में किसानों की ओर से घोषित 10 घंटे का भारत बंद लगभग पूरी तरह सफल रहा। किसानों के धरना प्रदर्शन के दौरान सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। सरकारी और नजी बसों के साथ-साथ ट्रेन ट्रैफिक भी बाधित रहा।  

किसानों के भारत बंद के कारण सोमवार को जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर अमृतसर-कोलकाता एक्सप्रेस को करीब साढ़े 9 घंटे तक खड़ा होना पड़ा।

इससे पहले, करीब साढ़े 9 घंटे से जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर खड़ी अमृतसर-कोलकाता एक्सप्रेस को रवाना करने की तैयारी है। वहीं, शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और अमृतसर-चंडीगढ़ एक्सप्रेस ट्रेनें रद करनी पड़ी हैं। जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन से फिरोजपुर और होशियारपुर की ओर जाने वाली ट्रेन शीघ्र रवाना होने की घोषणा की गई है।

जालंधर में बंद पूर्णतः सफल, सूनसान रही सड़कें

इससे पहले जालंधर में किसानों के धरना प्रदर्शन के कारण बंद पूर्ण रूप से सफल रहा। किसानों पीएपी चौक सहित जालंदर में करीब 7 स्थानों पर धरना लगाया था। इसके अलावा एक स्थान पर रेलवे ट्रैक बाधित किया था। भारत बंद की काल के कारण सोमवार को सरकारी और निजी बसें डिपो से बाहर नहीं आईं। जिले भर में सड़कें सूनसान नजर आईं। वहीं, ट्रेनों का संचालन भी बाधित रहा। किसानों ने दकोहा फाटक पर ट्रैक्टर लगाकर धरना लगाया था। इस कारण,  पंजाब रूट की 22 ट्रेनों को रद कर देना पड़ा है। छह ट्रेनें शार्ट टर्मिनेट करनी पड़ी हैं। इसके अलावा अमृतसर-कोलकाता एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों को 9-13 घंटे देरी का सामना करना पड़ा है।  

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