बठिंडा में कर्फ्यू में रेहड़ी लगाने वाले किशोर के साथ पुलिस ने की जमकर मारपीट, पीठ पर पड़े लाठियों व डंडे के निशान
युवक नवी कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उसने दोबारा रेहड़ी लगाना शुरू किया है। वीरवार शाम वह रेहड़ी पर अकेला था। तभी गाड़ी में पुलिस कर्मी वहां आए और कहने लगे कि वह रेहड़ी पर शराब पिलाता है। उसके बाद उन्होंने उसे बुरी तरह पीटा।
बठिंडा, जेएनएन। शाम सात बजे कर्फ्यू शुरू होने के बाद अंडे की रेहड़ी लगाना 16 वर्षीय नवी कुमार को महंगा पड़ा। थाना कैनाल कालोनी पुलिस ने जमकर मारपीट की। आधा दर्जन से ज्यादा पुलिस कर्मियों ने मिलकर उसे पहले थप्पड़ मारे। फिर, उसकी लाठियों और डंडे से जमकर पिटाई की। मारपीट के निशान युवक की पीठ पर साफ दिखाई दे रहे है। इतना ही नहीं पुलिस कर्मियों ने युवक के पेट में लात घुसे तक मारे। देर रात को पेट में दर्द होने के बाद उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां डाक्टरों ने उसकी मेडिकल लीगल रिपोर्ट काटकर संबंधित थाना पुलिस को भेज दी है।
सिविल अस्पताल में उपचारधीन 16 वर्षीय नवी कुमार पुत्र विश्वास नाथ शर्मा ने बताया कि वह गली नंबर 26-2 परसराम नगर में रहता है। उसके पिता प्राताप नगर गली नंबर 26 के पास स्थित शराब के ठेके पास अंडे की रेहड़ी लगाते थे। पिछले तीन सालों से वह काफी बीमार होने के कारण वह अपने पिता की रेहड़ी पर काम कर उनकी मदद करता है। वह परसराम नगर चौक स्थित शहीद संदीप स्कूल में प्लस टू की पढ़ाई करता है। पिता बीमार होने के कारण वह पढ़ाई के साथ-साथ रेहड़ी लगाकर अपने परिवार को गुजारा करता है।
पहले लॉकडाउन लगे होने के कारण रेहड़ी नहीं लगाता था। कुछ दिन पहले ही उसने दोबारा रेहड़ी लगाना शुरू किया है। वीरवार शाम करीब साढ़े सात बजे का समय होगा। वह रेहड़ी पर अकेला माैजूदा था। इस दौरान थाना कैनाल कालोनी पुलिस की गाड़ी आकर रुकी। उसमें थाना प्रभारी समेत पांच-छह अन्य पुलिस कर्मी भी मौजूद थे। गाड़ी से नीचे उतरे पुलिस कर्मियों ने उसे कहां कि वह रेहड़ी पर शराब पिलाता है और उसे जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद वह नीचे गिर गया और वह हाथ जोड़कर माफी मांगने लगा।
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इस पर पुलिस कर्मियों ने उसे लाठियों और डंडे से पीटना शुरू कर दिया। बुरी तरह से पीटते-पीटते उन्होंने उसके पेट में लात मारी। इसके चलते वह घायल हो गया और उसने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। वह साथ लगती गली में जाकर छिप गया। वहां से उसने अपने पिता को फोन कर मौके पर बुलाया, तब तक पुलिस टीम वहां से जा चुकी थी। देर रात जब उसके पेट में दर्द होने के बाद उसके स्वजनों ने उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया।
थाना प्रभारी बोले- मैं नहीं था मौके पर मौजूद
उधर, थाना प्रभारी एसआइ अमृतपाल सिंह का कहना है कि वह मौके पर मौजूद नहीं थे। न ही उन्हें मामले की जानकारी है। वह इसका पता करवा रहे है। उसके बाद ही कुछ कह सकेंगे।
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