बठिंडा में कर्मचारियों व पेंशनरों ने घेरा वित्तमंत्री बादल का ऑफिस; बैरिकेड्स तोड़े, पुलिस के साथ धक्का-मुक्की
छठे पे कमीशन की रिपोर्ट की त्रुटियों को दूर करने की मांग को लेकर पंजाब यूटी मुलाजिम एवं पेंशनर्स सांझा फ्रंट ने रविवार को वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर का घेराव किया। इस दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़प भी हुई।
जागरण संवाददाता, बठिंडा। पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्के करने और छठे पे कमीशन की रिपोर्ट की त्रुटियों को दूर करने की मांग को लेकर पंजाब यूटी मुलाजिम एवं पेंशनर्स सांझा फ्रंट ने रविवार को वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर का घेराव किया। हालांकि घेराव को रोकने के लिए दफ्तर के चारों ओर बैरिकेडिंग की हुई थी और सैकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया हुआ था। जिनकी अगुआई एसपी जसपाल सिंह व डीएसपी गुरजीत सिंह रोमाणा कर रहे थे। लेकिन पुलिस उन्हें दफ्तर का घेराव करने से रोकने में बुरी तरह असफल रही।
बंद करने पड़े कार्यालय के शटर
प्रदर्शनकारी पुलिस की ओर से लगाए गए सभी बैरिकेडों को तोडकर दफ्तर के द्वार पर पहुंच गए। इस दौरान उनकी पुलिस कर्मियों के साथ काफी धक्कामुक्की व जद्दोजहद भी हुई। प्रदर्शनकारियों के बिलकुल दफ्तर के द्वार में पहुंच जाने पर वित्तमंत्री मनप्रीत बादल के कार्यालय के शटर बंद करने पड़े। इस मौके प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने सर्वाधिक वित्तमंत्री मनप्रीत बादल के खिलाफ अपना गुबार निकाला। यहां पर अधिकारियों को मांगपत्र देने के बाद ही वे वापस लौटे।
रविवार को बठिंडा में प्रदर्शन करते हुए कर्मचारी और पेंशनर्स।
इससे विभिन्न विभागों से संबंधित यह कर्मचारी रोज गार्डन के सामने स्थित चौक में एकत्र हुए। यहां उन्होंने विशाल रैली की। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों को पूरा न किए जाने पर राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कर्मचारियों के साथ किए वादों के कारण सत्ता में आई कांग्रेस सरकार सब कुछ भूल चुकी है। न तो कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जा रहा है और न ही पुरानी पेंशन स्कीम को लागू कर रही है। उल्टा छठे पे कमीशन की रिपोर्ट में भी तमाम विभाग के कर्मचारियों व पेशनरों की साथ ज्यादती की गई है।
जल्द करेंगे मोती महल का घेराव
उन्होंने कहा कि कर्मचारी अब अपनी मांगों को पूरा कर ही दम लेंगे। कांग्रेस सरकार की नाक में भी दम कर देंगे। शीघ्र मोती महल का घेराव भी किया जाएगा। यहां पर रैली करने के बाद ही प्रदर्शनकारी वित्तमंत्री कार्यालय घेरने के लिए आगे बढ़े। इस मौके दर्शन सिंह मौड़, मक्खन सिंह खणगवाल, गुरसेवक सिंह संधू, सतीश राणा, गगनदीप सिंह, मनजीत सिंह सहित अन्य नेताओं ने भी अपने विचार रखे।