बलविंदर संधू हत्याकांडः घरवालों ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छामृत्यु की अनुमति, 2 अक्टूबर को लौटाएंगे शौर्य चक्र

शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू के परिवार ने यह कहते शौर्य चक्र वापस लौटाने का फैसला किया है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने केस की जांच अपने हाथों में लेकर आरोपितों से नरमी दिखाई। उन्होंने पंजाब पुलिस पर भी उचित सुरक्षा मुहैया नहीं करवाने का आरोप लगाया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 04:45 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 04:56 PM (IST)
बलविंदर संधू हत्याकांडः घरवालों ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छामृत्यु की अनुमति, 2 अक्टूबर को लौटाएंगे शौर्य चक्र
17 अक्टूबर, 2020 को आतंकियों ने शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या कर दी थी।

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। पंजाब में आतंकियों की गिरफ्तारी और हथियार और गोला बारूद की बरामदगी के बीच शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू के परिवार ने उनको दी गई पुलिस सुरक्षा और एनआइए की कार्यगुजारी पर सवाल उठाते हुए राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। उनका आरोप है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) केस की जांच सही ढंग से नहीं कर रही है। इसी कारण आरोपित लगातार बरी हो रहे हैं। दूसरी ओर, पंजाब पुलिस उन्हें उचित सुरक्षा मुहैया नहीं करवा रही है। उन्होंने कहा कि परिवार ने राष्ट्रपति भवन का रुख करके 2 अक्टूबर को शौर्य चक्र लौटाने का फैसला किया है। बता दें कि 17 अक्टूबर, 2020 को आतंकियों ने शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की घर में घुसकर गोलियां मारकर हत्या कर दी थी।

आतंकवाद के दौर समय आतंकियों का बहादुरी से मुकाबला करने वाले कामरेड बलविंदर सिंह संधू की उनके घर में गोलियां मारकर हत्या की गई थी। भिखीविंड निवासी संधू पर आतंकियों ने कुल 42 हमले किए थे। संधू ने अपनी पत्नी, भाई व भाभी से मिलकर आतंकियों का डटकर मुकाबला किया था। चारों को राष्ट्रपति ने शौर्य चक्र से नवाजा था। उनकी बहादुरी पर कई डाक्यूमेंट्री फिल्में भी बनी।

परिवार ने यह कहते शौर्य चक्र वापस लौटाने का फैसला किया है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने केस की जांच अपने हाथों में लेकर आरोपितों से नरमी दिखाई। इसके बाद मुकदमे से जुड़े 13 आरोपितों को अदालत ने बरी कर दिया। वहीं, आठ को जमानत मिल गई। हालांकि 31 अगस्त को आठ आतंकियों के खिलाफ मोहाली स्थित एनआइए की अदालत में आरोप तय हो चुके है।

बलविंदर सिंह संधू की पत्नी जगदीश कौर ने कहा कि कोरोनाकाल का बहाना बनाकर पुलिस ने मार्च 2020 में सुरक्षा वापस ले ली थी। 17 अक्टूबर को बलविंदर सिंह संधू की हत्या हो गई। इसके बावजूद पुलिस उनके परिवार की सुरक्षा में ढील बरत रही है। जगदीश कौर ने अपने बेटे अर्शदीप व भाई गुलशनबीर सिंह की मौजूदगी में कहा कि उनके परिवार के पांच सदस्य हिट लिस्ट में हैं परंतु सुरक्षा के नाम पर केवल तीन गनमैन हैं। इसे सुरक्षा में लापरवाही माना जाएगा। 

आवास के बाहर घूमते हैं संदिग्ध

गुलशनबीर सिंह ने बताया कि 30 जनवरीस 2021 को भिखीविंड स्थित आवास के बाहर संदिग्ध लोग घूमते रहे। इसकी सूचना पुलिस को देते हुए बकायदा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी सौंपी गई परंतु अभी तक पुलिस ने न तो जांच कार्रवाई की और न ही सुरक्षा बढ़ाई। गुलशनबीर सिंह ने बताया कि 18 फरवरी को उसके बटाला स्थित आवास के बाहर संदिग्ध लोग रेकी करते देखे गए। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज एसएचओ सिविल लाइन व कंट्रोल रूम बटाला को भेजी गई पर अभी तक जांच नहीं की गई।

सब डिवीजन भिखीविंड के डीएसपी लखबीर सिंह संधू कहते हैं कि पुलिस की ओर से परिवार की सुरक्षा बढ़ाने की कवायद चल रही है। सीसीटीवी फुटेज की भी जांच होगी।

chat bot
आपका साथी