सड़कें बनी एक्सीडेंट जोन, लोगों ने गड्ढों में धान बीज जताया रोष

जालंधर कैंट हलका के अधीन आते गांव धीना से सटी कालोनियों के लोग सड़कों की दयनीय हालत के कारण परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 06:30 AM (IST)
सड़कें बनी एक्सीडेंट जोन, लोगों ने गड्ढों में धान बीज जताया रोष
सड़कें बनी एक्सीडेंट जोन, लोगों ने गड्ढों में धान बीज जताया रोष

जागरण संवाददाता, जालंधर : जालंधर कैंट हलका के अधीन आते गांव धीना से सटी कालोनियों के लोग सड़कों की दयनीय हालत के कारण परेशान हैं। बरसात के कारण सड़कों पर पानी जमा है और आवाजाहीप्रभावित है। विधायक परगट सिंह की अनदेखी से भी लोगों में नाराजगी है और इसके विरोध में लोगों ने अनोखे ढंग से प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर धान की बिजाई कर रोष जताया। लोगों का कहना है कि अगर सड़कों पर आ-जा नहीं सकते हैं तो इसे खेत ही बना देते हैं। उन्होंने कहा कि गड्ढों के कारण किसी का पैर टूट गया है तो किसी के सिर पर चोट आई है।

लोगों ने कहा कि विधायक और इलाके के सरपंचों और नगर निगम से भी कोई उम्मीद नहीं है। यह इलाका हाल ही में निगम की हद में शामिल हुआ है। न तो सरपंच उनकी सुनवाई कर रहे हैं और न ही निगम के अधिकारी। दोनों ही एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। सीवरेज प्रोजेक्ट के लिए सड़कें एक साल पहले खोदी गई थी लेकिन अब तक दोबारा नहीं बनाई गई। कई बार विधायक परगट सिंह से भी मिले लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लोगों का कहना है कि जब चुनाव आएंगे तो नेता खुद चले आएंगे लेकिन कोई सुन नहीं रहा।

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निर्मला की दोनों टांगे जख्मी

गांव धीना से सटी कालोनी में रहने वाली निर्मला देवी का कहना है कि इन्हीं सड़कों पर गिरकर उसकी दोनों टांगे जख्मी हो चुकी हैं और लंबे समय से घर पर ही हैं। बैंक मुलाजिम की पत्नी का पैर टूटा

रिटायर्ड बैंक अधिकारी रूपलाल ने कहा कि उनकी पत्नी का पैर इसी सड़क पर गिरकर टूट गया है और एक महीने अब बिस्तर पर आराम करना होगा। उन्होंने कहा कि बैंक से रिटायरमेंट के बाद मिली राशि में मकान पर खर्च कर दी है और अब पेंशन भी किस्त में जा रही है लेकिन मकान में रहने का सुख नहीं मिल रहा। विधायक और अधिकारी आंखें बंद किए हैं। नगर निगम के अधिकारी एनओसी, नक्शा और बाकी पैसे ले चुके हैं लेकिन जब सड़क बनाने की बारी आती है तो सब चुप हो जाते हैं।

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इलाके को नर्क न बनाया जाए

आर्मी एनक्लेव निवासी रिटायर्ड कैप्टन सुच्चा सिंह ने कहा कि एक साल से सड़कें खोदी गई हैं लेकिन दोबारा नहीं बनाया जा रहा। आर्मी एनक्लेव ही नहीं आसपास की सभी कॉलोनियों और गांव की सड़कों को खोद डाला गया है। घर से निकलना तक मुश्किल हो गया है। कई लोग गिरकर घायल हो चुके हैं। अभी फिसलकर गिरा हूं

गांव धीना रोड से निकल रहे गिल दीप का कहना है कि यहां तो हर सड़क ही बेहद खराब हालत में है। वह खुद मोटरसाइकिल से फिसल कर गिर गए हैं और उनके कपड़े खराब हो गए। सरकार से अपील है कि इस इलाके पर पूरा ध्यान दिया जाए ताकि लोगों का जीवन आसान हो सके।

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