आस्था का प्रतीक सोढल मेला : एक सप्ताह में साढ़े तीन लाख श्रद्धालु नतमस्तक

विश्व विख्यात श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले पर अनंत चौदस यानी 19 सितंबर तक साढ़े तीन लाख श्रद्धालु मंदिर में नतमस्तक हुए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 06:35 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 06:35 PM (IST)
आस्था का प्रतीक सोढल मेला : एक सप्ताह में साढ़े तीन लाख श्रद्धालु नतमस्तक
आस्था का प्रतीक सोढल मेला : एक सप्ताह में साढ़े तीन लाख श्रद्धालु नतमस्तक

जागरण संवाददाता, जालंधर : विश्व विख्यात श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले पर अनंत चौदस यानी 19 सितंबर तक साढ़े तीन लाख श्रद्धालु मंदिर में नतमस्तक हुए। भले ही मेला रविवार को मनाया जाना था, लेकिन इस दिन भक्तों की अधिक भीड़ होने की संभावना के चलते पिछले रविवार से ही भक्तों की आमद शुरू हो गई थी जो सप्ताहभर निरंतर जारी रही। तमाम बंदिशों के बावजूद श्रद्धालुओं में आस्था की कमी नहीं थी। हर तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ बाबा के मंदिर में नतमस्तक होने को आतुर दिखी। मंदिर के बाहर बैरिगेट्स से लेकर मंदिर में बने मुख्य दरबार तक लगी लाइनों के दौरान तिल रखने की भी जगह नहीं बची। कोरोना महामारी के चलते लगातार दूसरे साल प्रशासन की तरफ से इजाजत न मिलने के चलते न तो बड़े झूले सजाए गए व न ही व्यापक स्तर पर लंगर ही लगाए गए। हालांकि, चड्ढा बिरादरी की तरफ से मंदिर के अंदर विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का लंगर लगाया गया था। यहां केवल श्रद्धालुओं को प्रसाद मिला। यह पहला अवसर है जब मेले में होने वाले चढ़ावे की गिनती नहीं की गई क्योंकि कैशियर सुरेश चड्ढा निजी कारणों के चलते इस बार मेले वाले दिन नहीं आ सके। लिहाजा, कैश को संस्था के आफिस में रखवा दिया गया है। भक्तों की भीड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सोमवार को भी भक्तों की आमद निरंतर जारी रहेगी।

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