हौसले से दी कोरोना को मात

जालंधर के आर्य मोहल्ला के अश्वनी कुमार के हौसले के आगे कोरोना संक्रमण हार गया। अब वह स्वस्थ हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 07:45 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 07:45 AM (IST)
हौसले से दी कोरोना को मात
हौसले से दी कोरोना को मात

जागरण संवाददाता, जालंधर : आर्य मोहल्ला के अश्वनी कुमार के हौसले के आगे कोरोना संक्रमण हार गया। उन्हें पहले टायफायड हुआ और फिर खांसी व जुकाम ने जकड़ लिया। निजी डाक्टर ने कोरोना टेस्ट भी करवाने की हिदायत दी। अप्रैल में टेस्ट करवाया तो पाजिटिव निकले। कोरोना पाजिटिव आने पर भी हिम्मत नहीं हारी। फिर कोरोना से जंग जीतने के लिए उपचार शुरू करवाया और खुद को अपनों से दूर रख लिया, ताकि परिवार के किसी अन्य सदस्य तक कोरोना संक्रमण न पहुंचे।

अश्वनी कुमार बताते हैं कि सरकारी डिस्पेंसरी से रिपोर्ट तथा लक्षण बताकर दवाई मंगवाई। इसका निरंतर नियमित रूप से सेवन किया। दवा के कारण कुछ दिनों में ही बुखार व खांसी की समस्या खत्म हो गई। अब सिर्फ कोरोना को लेकर निर्धारित अवधि को पूरा करना शेष रह गया था। इसे पूरी सजगता के साथ पूरा किया और कोरोना भाग गया।

अश्वनी बताते हैं कि सरकारी व्यवस्था भी उनके उपचार में काफी सहायक रही। जब पाजिटिव आने पर होम क्वारंटाइन हुए तो सेहत विभाग की तरफ से उन्हें फतेह किट भेजी गई। किट में तमाम तरह के उपकरण थे और सेहत विभाग भी उनके संपर्क में रहा।

अश्वनी ने बताया कि कोरोना पाजिटिव आने पर पेनिक बिल्कुल नहीं होना चाहिए। कारण, इसका संबंध शरीर की इम्यूनिटी व मानसिकता के साथ है। अगर मानसिक रूप से मजबूत रहेंगे तो इम्यूनिटी भी कमजोर नहीं पड़ती। यह कोरोना पाजिटिव आने पर खुद का अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि कोरोना से खुद की रक्षा के लिए केवल सरकारी नियमों व निर्देशों की कड़ाई से पालना करनी होगी। हौसला रखेंगे तो कोरोना भाग जाएगा।

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