संत सीचेवाल व संगत के सहयोग से धुस्सी बांध हुआ मजबूत, 20 किमी तक काम पूरा
वर्ष 2005 में भी संत सीचेवाल ने संगत के सहयोग से गिद्दड़पिंडी पुल के नीचे से मिट्टी निकालने के लिए कार सेवा आरंभ की थी लेकिन नेताओं ने उस समय कार्य बंद करवा दिया था।
शाहकोट, जेएनएन। गिद्दड़पिंडी पुल से लेकर शाहकोट तक धुस्सी बांध को मजबूत किया जा रहा है। अब तक 20 किलोमीटर के करीब काम किया जा चुका है। बाढ़ पीड़ित किसान संत बलबीर सिंह सीचेवाल की अगुआई में बांध मजबूत करने में लगे हुए हैं। गट्टी पीरबख्श के पूर्व सरपंच सुखविंदर सिंह जोसन, महिराजवाला के सरपंच कुलवंत सिंह, जाणीया चाहल से मेजर सिंह, गुरमेल सिंह और राजेवाल के सरपंच मलकीत सिंह की अगुआई में तीन स्थानों पर बांध मजबूत करने के लिए कार सेवा चल रही है। धुस्सी बांध पर रोजाना 35 से 40 ट्रालियां लगी हुई हैं व तीन क्रेनें भी दरिया से मिट्टी निकालने के लिए लगाई गई हैं।
सारी मशीनरी को तेल मुहैया करवाने की जिम्मेवारी संत सीचेवाल खुद निभा रहे हैं जबकि किसान अपने ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर बांध को मजबूत करने में योगदान दे रहे हैं। इसी तरह कंग कलां के एनआरआइ निर्मल सिंह कंग ने एक लाख व लुधियाना जिले के गांव आबूवाल की संगत ने 1.25 लाख की आर्थिक मदद की है। बांध को मजबूत करने के लिए तीन माह से अब तक 40 लाख का डीजल लग चुका है।
किसानों का मानना था कि केंद्र सरकार द्वारा पंजाब के दरियाओं के बांधों को मजबूत करने के लिए भेजे छह हजार करोड़ रुपये से अधिक प्राकृतिक आपदा बाढ़ आने से पहले खर्च किए जाएं न कि उन्हें मुआवजे के रूप में तबाही के बाद बांटे जाएं। उधर, गिद्दड़पिंडी के दरिया में दशकों से जमा हो रही मिट्टी पुल के गार्डरों को छूने लगी है। इस कारण हर साल बरसात में बाढ़ की मुसीबत लोगों को चैन से सोने भी नहीं देती। वर्ष 2005 में भी संत सीचेवाल ने संगत के सहयोग से गिद्दड़पिंडी पुल के नीचे से मिट्टी निकालने के लिए कार सेवा आरंभ की थी लेकिन नेताओं ने उस समय इस पावन कार्य को बंद करवा दिया था।