जालंधर में दैनिक जागरण की अपील पर आगे आया संत समाज, धर्मगुरु बोले- सर्व धर्म प्रार्थना से निभाएं मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारी
जालंधर में जागरण परिवार की ओर से 14 जून को सुबह 11 बजे एक सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन किया जाएगा। इस समय आप जहां भी हों दो मिनट के लिए खड़े होकर हाथ जोड़कर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करें।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना महामारी के कारण अपनों को खोने का गम हमें ताउम्र रहेगा। इस घाव को भरा नहीं जा सकता, लेकिन इसके दर्द को कम जरूर किया जा सकता है। लोगों की पीड़ा उस समय और भी बढ़ गई, जब वे अपनों के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके। उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दे सके। पीडि़त परिवारों को गले लगाकर ढांढ़स नहीं बंधा सके। इस क्रूर महामारी ने शोक प्रकट करने तक का अवसर हमसे छीन लिया। इसकी पीड़ा उन परिवारों को तो है ही, जिन्होंने अपनों को खोया है, लेकिन वे लोग भी दुखी हैं, जो अपनों को दुख नहीं बांट सके। दैनिक जागरण ने लोगों को यह मौका दिया है। जागरण परिवार की ओर से 14 जून (सोमवार) को सुबह 11 बजे एक सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन किया जाएगा। इस समय आप जहां भी हों, दो मिनट के लिए खड़े होकर, हाथ जोड़कर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करें। जागरण के इस प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए संत समाज ने भी इसमें शामिल होने का संकल्प लिया है। साथ ही लोगों से भी अपील की है कि वे भी मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं। कोरोना के कारण जान गंवाने वालों के लिए प्रार्थना के साथ कोरोना योद्धाओं का हौसला बढ़ाएं और इस बीमारी से जूझ रहे लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करें।
सर्व धर्म प्रार्थना में शामिल होने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। जहां है जैसे हैं उसी पाजिशन में केवल दो मिनट मौन रहकर इसका हिस्सा बना जा सकता है। इसमें किसी तरह का गुरेज नहीं होना चाहिए।
- राज कुमार राजू, चेयरमैन, सिटी वाल्मीकि सभा।
अपनों को खो चुके बेबस परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए सर्व धर्म प्रार्थना में मैं खुद तो शामिल हूंगा ही साथ ही अपने संपर्क में आने वाले हर व्यक्ति को इसके लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही सभी को इसका इसमें शामिल होने का आह्वान किया जा रहा है।
- राजेश विज, महासचिव, श्री देवी तालाब मंदिर।
- कोरोना संकट की परेशानी से जूझ रहे लोगों व इस कारण अपनों को खो चुके परिवारों के लिए सर्व धर्म प्रार्थना से उनका आत्मबल बढ़ेगा। बिना किसी संशय के इसमें शामिल होना होगा।
- सिस्टर ग्रेस पुंगुड़ी, संचालिका सेक्रेट हार्ट चर्च।
सर्वधर्म प्रार्थना दो मिनट के मौन के साथ भगवान को दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने की कामना भी है। इस पवित्र कार्य का हिस्सा बनना भी प्रार्थना है।
- जार्ज स्टिफन प्रधान, क्रिश्चियन यूनाइटेड फ्रंट।
दैनिक जागरण की तरफ से कोरोना योद्धाओं को सामूहिक रूप से आत्मबल देने तथा बिछड़ी आत्माओं को शांति प्रदान करने के लिए करवाए जा रहे सर्व धर्म प्रार्थना में जाति, धर्म व वर्ग से ऊपर उठकर शामिल होना चाहिए। हर इंसान के लिए यह जरूरी है।
- हाजी आबिद हसन सलमानी, मुस्लिम नेता।
सर्व धर्म प्रार्थना अपनों से बिछड़े लोगों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ-साथ समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करने का अवसर भी है। इसमें हर धर्म तथा जाति के लोगों को शामिल होना चाहिए।
- राजेश जैन लोहे वाले, पूर्व अध्यक्ष, एसएस जैन सभा।
दैनिक जागरण के सर्वधर्म प्रार्थना के साथ जुड़ते हुए शारीरिक दूरी नियमों की पालना करें। इसके लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं बल्कि जहां है वहीं रहकर दो मिनट का मौन रखें। अपने परिवार व रिश्तेदारों को भी इस प्रार्थना में शामिल करें।
- राजेश अग्रवाल, प्रधान गीता मंदिर, अर्बन एस्टेट फेस-वन
अपनों को खो चुके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करना इंसानियत का धर्म है। प्रार्थना सभा का हिस्सा बनकर इस धर्म की पालना की जा सकती है। इसमें जरूर शामिल होना चाहिए।
- राजेश रिंकू, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, शिवसेना समाजवादी उत्तर भारत।
कोरोना योद्धाओं का आत्मबल बढ़ाने व परमात्मा से दिवंगत आत्माओं की आत्मिक शांति के लिए सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन समय की जरूरत भी है। मैं अपनी संस्था के सदस्यों व तमाम पदाधिकारियों को इसमें शामिल होने का आह्वान करता हूं।
- पंडित प्रमोद शास्त्री, प्रमुख पुजारी, श्री हरि दर्शन मंदिर अशोक नगर।
मौखिक रूप से केवल दो मिनट का मौन रखकर उस पवित्र कार्य को अंजाम दिया जा सकता है, जो कोरोना महामारी के दौरान विवशता के चलते नहीं किया जा सका था। वास्तव में यह ऐसा अवसर है जिसमें शामिल होना सभी की जिम्मेदारी है।
- ज्योतिषाचार्य नरेश नाथ।
कोरोना के खिलाफ बहुत सारे लोग अस्पतालों व घरों में जंग लड़ रहे हैं। हम उन सभी के बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हैं। दैनिक जागरण का यह प्रयास प्रशंसनीय है।
- हजारी लाल शर्मा, अध्यक्ष, पारदेश्वर सिद्धपीठ श्री गौरी शंकर मंदिर, गुरु अमरदास नगर, जालंधर।
कोरोना से जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है उनके लिए इस प्रार्थना के द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित करने का यह उचित समय है। हमें अपने स्वजनों को खोने वालों का हौंसला बढ़ाना चाहिए।
- शाम लाल शर्मा, चेयरमैन, पारदेश्वर सिद्ध पीठ श्री गौरी शंकर मंदिर, गुरु अमरदास नगर, जालंधर।