मालिक हों तो ऐसे... अमृतसर में 17 तक 340 स्टील-आयरन यूनिटें बंद, इंडस्ट्री ने उठाई 20 हजार श्रमिकों के परिवार को राशन देने की जिम्मेदारी
अमृतसर की स्टील-आयरन 340 यूनिटों ने एकजुटता से सात मई से लेकर 17 मई तक कारोबार बंद करने की घोषणा की है। इसके कारण करीब बीस हजार लेबर प्रभावित होगी। अच्छी बात यह है कि लेबर की जिम्मेदारी इंडस्ट्री खुद उठाएगी।
अमृतसर, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौर में देश भर से आ रही हृदय विदारक खबरों के बीच अमृतसर में स्टील-आयरन इंडस्ट्री ने बड़ी मिसाल पेश की है। यहां की स्टील-आयरन 340 यूनिटों ने एकजुटता से सात मई से लेकर 17 मई तक कारोबार बंद करने की घोषणा की है। इसके कारण करीब बीस हजार लेबर प्रभावित होगी। खास बात यह है कि इंडस्ट्री मालिकों ने तब तक श्रमिकों को परिवार को राशन आदि उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी खुद उठाने का फैसला किया है।
अमृतसर फोकल प्वाइंट गोशाला में बुधवार को अग्रवाल समाज के प्रधान व पंजाब व्यापार मंडल के उपप्रधान रंजन अग्रवाल की अगुआई में विभिन्न एसोसिएशनों की बैठक हुई थी। सभी उद्योगपतियों और कारोबारियों ने थाली बजाकर केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारे लगाए। रंजन अग्रवाल ने बताया कि सरकारें छोटे कारोबारियों के साथ कोई सहयोग नहीं कर रही हैं। सरकार की उपेक्षा के कारण ही कारोबार को बंद किया जा रहा है। मीटिंग में यह सुनिश्चित किया गया कि हर फैक्ट्री मालिक अपनी लेबर और उसके परिवार के राशन और खाने पीने की जिम्मेदारी खुद लेगा। उनका ध्यान रखेगा।
नवल गुप्ता ने सरकार को कोसते हुए कहा कि सरकारों का फर्ज है कि इस मुश्किल घड़ी में व्यापारियों को सहयोग करे। फैक्ट्री चलाने के लिए न तो कच्चा माल है और न ही कोई और सहूलियत मिल रही है। बिजली और बैंकों का ब्याज भरने के लिए न पैसे हैं। ऐसी हालत में बस एक ही बात रह जाती है कि फैक्ट्री बंद कर दें।
इस अवसर पर हीरा सिंह, जसप्रीत सिंह, सुभाष ने एक स्वर में कहा कि बंद की पूरी जिम्मेदारी केंद्र व पंजाब सरकार की है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ तो कोविड वैक्सीन का अकाल है और दूसरी तरफ ऑक्सीजन को लेकर मारामारी है। इस अवसर पर हरीश अरोड़ा, विशाल महाजन, हीरा सिंह, नवल गुप्ता, अंकुर अग्रवाल, बोबी गोल्डन, सुभाष, अंकुर महाजन, जसप्रीत सिंह चंदी, निर्मल सिंह आदि मौजूद थे।