लोगों को लोटपोट कर गया विक्रम मजीठिया का दिलचस्प सियासी सपना..., पढ़ें अमृतसर की और भी रोचक खबरें
पूर्व कैबिनेट मंत्री विक्रम मजीठिया ने भाजपा नेता को यह सोचकर फोन किया कि शायद वह शिअद ज्वाइन करने की सोच रहे हैं। जब उन्होंने कुशलक्षेम पूछने के बाद बात आगे बढ़ाई तो उनका जवाब सुनकर हैरान रह गए।
अमृतसर, [विपिन कुमार राणा]। शिअद और भाजपा के अलग-अलग होने के बाद दोनों पार्टियों की निगाहें नाराज नेताओं पर टिकी हुई हैं, ताकि उन्हें ज्वाइन करवाकर अपनी पार्टी का विस्तार किया जा सके। पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सfxह मजीठिया को भाजपा के एक बड़े नेता के रोज फोन आ रहे थे। व्यस्त होने की वजह से वह फोन रिसीव नहीं कर पाए। चुनावी व्यस्तता कम हुई तो मजीठिया ने भाजपा नेता को यह सोचकर फोन किया कि शायद वह शिअद ज्वाइन करने की सोच रहे हैं। जब उन्होंने कुशलक्षेम पूछने के बाद बात आगे बढ़ाई तो नेताजी बोले, अयोध्या में बनने वाले भगवान श्रीराम मंदिर की निधि की रसीद कटवानी थी, इसलिए फोन कर रहा था। मजीठिया ने जब यह किस्सा एक कांफ्रेंस में साझा किया तो सब हंसकर लोटपोट हो गए। बोले, अब तो दोनों पार्टियों को सपने ही यही आने लगे हैं कि कौन कब किसे ज्वाइन करने वाला है।
निकल गई नेताजी की धौंस की हवा
कांग्रेस के युवा नेता की दबंगई अकसर चर्चा में रहती है। पंगे लेना उनकी आदत में शुमार हो चुका है। हाल ही में भी उन्होंने पंगा लिया तो पुलिस को उन पर मामला दर्ज करना पड़ा। मामला दर्ज होने के बाद भी उनकी दबंगई कम नहीं हुई, उलटा जनाब ने चौकी इंचार्ज को ही सत्ता की धौंस दिखा दी। लोग पहले ही पुलिस पर अंगुली उठा रहे थे कि जब तक आप इसे गिरफ्तार नहीं करते, इसने बाज नहीं आना। पर जब नेताजी ने पुलिस को ही आंखें दिखा दी तो चौकी इंचार्ज को भी कहना पड़ गया कि जनाब आप मुलजिम हो, धमकी तो दो ना। अगर आपको ज्यादा ही परेशानी है तो एक बार चौकी आ जाओ, फिर मैं बताता हूं कि जांच अधिकारी से बात कैसे करते हैं। यह सुनकर नेता की धौंस निकल गई। इस बात की पूरे क्षेत्र में चर्चा हो रही है।
पुलिस का धक्का चलता है
सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण चल रहा है। इसमें फ्रंटलाइन वारियर्स को टीका लगाया जा रहा है। हाल ही में पुलिस के एक आलाधिकारी टीका लगवाने पहुंचे। जनाब ने स्वेटर पहना था। स्टाफ ने कहा कि टीका कंधे पर लगना है, इसलिए स्वेटर को ऊपर कर लें तो अधिकारी ने स्वेटर को थोड़ा फोल्ड कर लिया, पर वहां तक नहीं हो पाया, जहां पर उनके टीका लगना था। स्टाफ ने कहा कि सर स्वेटर और ऊपर नहीं जा रहा तो इसे उतार लीजिए। फिर अधिकारी ने अपने सहायक को बुलाया और बोले कि इसे और ऊपर कर दो। बोले, इतना धक्का तो पुलिस का चलता है। यहां पर भी चला देते हैं। बस यह कहते हुए स्वेटर ऊपर तक ले गए और टीका लगवाया। पुलिस की धक्के वाली बात पर वहां मौजूद सभी की हंसी छूट गई और आगे से अधिकारी भी मुस्करा दिए।
ओएसडी से ही काम चला लें
पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के सियासी हाशिये पर जाने की वजह से विधानसभा हलका पूर्वी के लोगों के लिए विकट हालात बने हुए हैं। उनके कुनबे के पार्षद भी आका को ताकत न मिलने की वजह से खासे परेशान हैं, उन्हें अपने काम करवाने में परेशानी हो रही है। हाल फिलहाल में फोकल प्वाइंट एसोसिएशन के प्रतिनिधि का शिष्टमंडल फोकल प्वाइंट में बने बदतर हालात को लेकर सिद्धू के दरबार में पहुंचा। सिद्धू से तो उनकी मुलाकात हुई नहीं, आखिर उन्हें उनके ओएसडी से ही काम चलाना पड़ा। जैसे ही एसोसिएशन वालों ने इसे अपनी फेसबुक पर शेयर किया तो सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई कि अब तो ओएसडी से ही काम चलाना पड़ेगा। जनाब तो अपनी सियासी ताकत न मिलने से गायब हैं। इसलिए उनसे मिलना तो संभव नहीं है। अब तो उनके ओएसडी और पार्षद प्रतिनिधि ही लोगों के लिए जरिया बने हुए हैं।