विजय सांपला के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप, थाना प्रभारी लाइनहाजिर
थाना भार्गव कैंप इलाके में सोमवार देर रात जमकर हंगामा हुआ।
जागरण संवाददाता, जालंधर
थाना भार्गव कैंप इलाके में सोमवार देर रात जमकर हंगामा हुआ। भाजपा नेता और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला पर आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप लगाते हुए थाने के बाहर सड़क पर धरना दे दिया गया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि भार्गव कैंप थाना प्रभारी अजायब सिंह औजला ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ विजय सांपला को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है। धरना के दौरान भाजपा नेता रोबिन सांपला भी मौके पर पहुंचे। धरने के बाद अधिकारियों ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया।
रोबिन सांपला का कहना था कि इलाके के एक दुकानदार से एक भाजपा कार्यकर्ता विक्की का कुछ लेनदेन था। सोमवार देर शाम विक्की दुकानदार के पास गया हुआ था, जहां पैसे मांगने पर भड़के दुकानदार ने विक्की से मारपीट की। उसने पैसे देने से इन्कार करते हुए विक्की का मोबाइल फोन भी छीन लिया। आरोप है कि इसके साथ ही दुकानदार ने विक्की को जातिसूचक शब्द भी बोले। रोबिन का आरोप था कि जब बीजेपी कार्यकर्ता की पिटाई की सूचना मिलने पर उन्होंने अपने साथी हिमांशु को मौके पर भेजा तो थाना प्रभारी ने उनके साथी के साथ अभद्रता की और विजय सांपला को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणियां की। इसका वीडियो साक्ष्य के तौर पर उनके पास मौजूद है। रोबिन सांपला का कहना है कि जब जब वो मौके पर पहुंचे तो थाना प्रभारी ने उनके साथ भी गलत व्यवहार किया, जिसके बाद रोबिन अपने कार्यकर्ताओं के साथ थाने के बाहर सड़क पर थाना प्रभारी के खिलाफ धरने पर बैठ गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने थाना प्रभारी और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। थाना प्रभारी के खिलाफ लगे आरोप गंभीर, विभागीय जांच होगी : डीसीपी
हंगामे की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे डीसीपी गुरमीत सिंह व डीसीपी नरेश डोगरा ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी थाना प्रभारी के निलंबन की मांग को लेकर अड़े रहे। इसके बाद डीसीपी नरेश डोगरा ने तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी अजायब सिंह औजला को लाइन हाजिर कर दिया। डीसीपी नरेश डोगरा ने कहा कि थाना प्रभारी पर लगे आरोप गंभीर हैं, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच भी की जाएगी। जिस वीडियो की बात की जा रही है, उसकी मंगलवार सुबह जांच की जाएगी। अगर जांच में थाना प्रभारी दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें निलंबित किया जाएगा। थाना प्रभारी ने आरोपों को बताया निराधार
थाना प्रभारी अजायब सिंह औजला का कहना था कि उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। मामला 15 हजार के लेनदेन को लेकर था, जिसकी जांच के दौरान उन पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही थी। उनके नहीं मानने पर उनपर निराधार आरोप लगा दिए गए। विजय सांपला को वह व्यक्तिगत रूप से जानते हैं और एक नेता के रूप में उनका सम्मान करते हैं।