Punjab Politics: अकाली दल वर्कर्स बोले- डेरा बाबा नानक में दूसरे हलके का नेता बर्दाश्त नहीं
अकाली वर्करों ने एकजुट होकर इंद्रजीत सिंह रंधावा को अपना नेता मानते हुए कहा कि करीब चार साल पहले हलका डेरा बाबा नानक में शिरोमणि अकाली दल का कोई नेता ना होने की वजह से हलका खाली पड़ा था।
संवाद सहयोगी, किला लाल सिंह। हलका डेरा बाबा नानक के अकाली वर्करों की एक अहम मीटिंग सीनियर अकाली नेता व शिरोमणि अकाली दल जिला वर्किंग सदस्य डा. जसवंत सिंह के घर गांव मंगीया में हुई। इसमें हलके के अलग-अलग गांवों से बड़ी संख्या में अकाली वर्कर उपस्थित हुए। यहां अकाली वर्करों ने एकजुट होकर इंद्रजीत सिंह रंधावा को अपना नेता मानते हुए कहा कि करीब चार साल पहले हलका डेरा बाबा नानक में शिरोमणि अकाली दल का कोई नेता ना होने की वजह से हलका खाली पड़ा था। तब कोई नेता डेरा बाबा नानक के अकाली वर्करों की सुध लेने नहीं पहुंचा था। उस समय इंद्रजीत सिंह रंधावा तथा उनके पुत्र दीपइंद्र सिंह रंधावा ने अकाली वर्करों की सुध ली। वर्करों के साथ लगातार राबता कायम करके उनमें नई जान डाली। हलके में अकाली वर्करों के दुख-सुख के भागीदार बने।
कांग्रेसी विधायक की तरफ से अकाली वर्करों पर करवाए जाते नजायज पर्चों तथा गुंडागर्दी का भी उन्होंने विरोध किया। उन्होंने कहा कि अब पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 होने वाले हैं। ऐसे समय में बाबा नानक की कमान अभी तक इंद्रजीत सिंह रंधावा को नहीं सौंपी गई है। रविकरण सिंह काहलों को डेरा बाबा नानक की बागडोर सौंपने की खबरें आ रही हैं। अगर ऐसा है तो अकाली दल फिर से कमजोर हो जाएगा। अकाली नेताओं व वर्करों ने पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल, पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से मांग की है कि जल्द से जल्द हलका डेरा बाबा नानक से इंद्रजीत सिंह रंधावा को उम्मीदवार घोषित करके वर्करों का मान बढ़ाया जाए।
अपने हलके फतेहगढ़ चूड़ियां से ही लड़ूंगा चुनाव: रविकरण सिंह काहलों
उधर, हलका फतेहगढ़ चूड़ियां से शिरोमणि अकाली दल नेता रविकरण सिंह काहलों ने कहा कि उन्हें पता नहीं कि क्यों कुछ अखबारों में उनकी तरफ से हलका डेरा बाबा नानक से चुनाव लड़ने के लिए लिखा गया है। उनका हलका फतेहगढ़ चूड़ियां ही है और वे यहीं से ही चुनाव लड़ेंगे।