कौमपरस्त सिपाहियों की जमात है शिअद : मनन
शिरोमणि अकाल दल के जिला अकाली जत्था के प्रधान कुलवंत ¨सह मनन ने कहा कि शिअद कौमप्रस्त तथा देश का सबसे पुराना लोकतांत्रिक व प्रभावशाली सिख दल है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : शिरोमणि अकाल दल के जिला अकाली जत्था के प्रधान कुलवंत ¨सह मनन ने कहा कि शिअद कौमप्रस्त तथा देश का सबसे पुराना लोकतांत्रिक व प्रभावशाली सिख दल है। उन्होंने कहा कि पंथ हितैषी इस पार्टी ने सदैव इसके लिए कुर्बानी दी है। शिरोमणि अकाली दल के 98वें स्थापना दिवस को लेकर गुरुद्वारा छेवीं पातशाही, बस्ती शेख में आयोजित समारोह में विशेष रूप से शामिल हुए कुलवंत ¨सह मनन ने सभी को इस पावन दिवस की बधाई दी। समारोह का आगाज श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डालने के साथ हुआ। हजूरी रागी भाई महिंदर ¨सह ने शबद गायन के साथ संगत को निहाल किया।
इसके उपरांत गुरद्वारा श्री बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी के हेड ग्रंथी भाई सुरजीत ¨सह ने कथा के साथ संगत को गुरु चरणों से जोड़ा। इस दौरान मनन ने पार्टी की स्थापना को लेकर विस्तार के साथ बताया। उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर 1920 को कौमप्रस्त सिपाहियों की जमात के रूप में शिअद की स्थापना की गई थी। जिसने सदैव पंजाब के हितों की लड़ाई लड़ी। पार्टी ने सदैव पंजाब विरोधी ताकतों का डट कर विरोध किया। हर वर्ग को साथ लेकर चलने वाली शिअद का अस्तित्व पंजब ही नहीं बल्कि देश के कई राज्यों में मजबूत हुआ है। इस मौके पर मंच की सेवा गुरमीत ¨सह ने की। वहीं, अरदास के उपरांत गुरु का अटूट लंगर वितरित किया गया।
इस मौके पर पूर्व विधायक सर्बजीत ¨सह मक्कड़, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत ¨सह भाटिया, सुरजीत ¨सह चीमा, गुरप्रताप ¨सह पन्नू, सुभाष सौंधी, बेअंत ¨सह सरहदी, चरण ¨सह मकसूदां, अवतार ¨सह घुम्मन, बलबीर ¨सह बिट्टू, साहिब ¨सह ढिल्लों, रणजीत ¨सह राणा, गुरप्रीत ¨सह खालसा, अमरप्रीत ¨सह मोंटी, मनिंदरपाल ¨सह गुंबर, कुलदीप ¨सह राजू, गुरबचन ¨सह मक्कड़, परमप्रीत ¨सह सेठी, अमरजीत ¨सह, गुरप्रीत ¨सह रंधावा, र¨वद्र ¨सह स्वीटी, सर्बजीत ¨सह पनेसर, सु¨रदर ¨सह लम्मा ¨पड, ठेकेदार रघुवीर ¨सह, कुलदीप ¨सह ओबराय, गुरदीप ¨सह, गुरपाल ¨सह टक्कर, इंद्रपाल ¨सह खालसा, कुल¨वदर ¨सह चीमा, ते¨जदर ¨सह तेजी, सुल्तान ¨सह कंडा, गुरजीत ¨सह मरवाहा, राजप्रीत ¨सह खालसा, चरणजीत ¨सह लक्की मक्कड़, हर¨जदर ¨सह ओबरोय, भजन ¨सह चोपड़ा, सुख¨वदर ¨सह राजपाल, जस¨वदर ¨सह बावा खेल, कमलप्रीत ¨सह शम्मी, इंद्रजीत ¨सह सोनू, प्रदीप ¨सह विक्की, सुरेंद्र ¨सह एचडी, इंद्रपाल ¨सह, गुरजीत ¨सह, गुरचरण ¨सह ट्रांसपोर्टर, सुरजीत ¨सह, बाबू ¨सह राठौर, अवतार ¨सह सेबी व लाल चंद बावा खेल आदि मौजूद थे।