एआरपीए ड्रोन पंजाब में खेतों में गिरा, एयरफोर्स ने हेलीकाप्टर की मदद से ढूंढा, सुरक्षा जांच के लिए उड़ा था Drone
मंगलवार को एयरफोर्स की ओर से उड़ाया गया एआरपीए ड्रोन का कंट्रोल टूटने से गांव मालोगिल के खेतों में गिर गया। ड्रोन की तलाश में एयरफोर्स कर्मी काफी समय तक जुटे रहे। कड़ी मेहनत के बाद एयरफोर्स के जवानों ने उसे बरामद किया।
संवाद सहयोगी, कलानौर (गुरदासपुर)। पाकिस्तान सीमा से सटे गुरदासपुर के कलानौर के गांव मालोगिल में मंगलवार को एयरफोर्स की ओर से उड़ाया गया एआरपीए ड्रोन का कंट्रोल टूटने से वह खेतों में गिर गया। ड्रोन की तलाश में एयरफोर्स कर्मी काफी समय तक जुटे रहे। कड़ी मेहनत के बाद एयरफोर्स के जवानों ने उसे बरामद किया। खेतों में गिरे हुए ड्रोन को देखने के लिए गांव मालोगिल, खानोवाल, मुस्तफापुर, वडाला बांगर, दादूवाल आदि गांवों के सैंकड़ो लोग पहुंचे।
सूत्रों के मुताबिक ड्रोन पठानकोट से लेकर पूरी वार्डर बेल्ट की सुरक्षा को जांचने के उद्देश्य से पठानकोट क्षेत्र से उड़ाया गया था। हालांकि अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। मनदीप सिंह पन्नू, परमजीत सिंह, बलविंदर सिंह, हरदेव सिंह, जोगिंदर सिंह ने बताया कि मंगलवार को करीब तीन बजे उन्होंने गांव मालोगिल, मुस्तफापुर, खानोवाल क्षेत्र में लगातार सवा घंटे तक एक हेलीकाप्टर आसमान में लगातार उड़ता देखा। दरअसल हेलीकाप्टर से ड्रोन की तलाश की जा रही थी। काफी समय बाद ड्रोन को ढूंढने की तलाश पूरी हुई। ड्रोन किसान रछपाल सिंह के खेतों में मिल गया। घटना के बाद एयरफोर्स के अधिकारियों व जवानों ने एआरपीए ड्रोन को अपने कब्जे में ले लिया।
काबिलेजिक्र है कि आसमान में डेढ़ घंटे के करीब ड्रोन को तलाश करने के लिए उड़ते हेलीकाप्टर के कारण सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों के लोगों में दहशत का माहौल बन गया। ड्रोन मिलने के बाद जब लोगों को इसकी पूरी जानकारी मिली तो उन्होंने राहत की सांस ली। उधर, डीएसपी भारत भूषण ने कहा कि एयरफोर्स द्वारा खेतों में गिरे हुए उक्त ड्रोन को अपने कब्जे में ले लिया गया है।
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