पंजाब की मंडियों में 40 से 60 फीसद गेहूं के लिए बारदाना, फिर भी किल्लत का शोर मचा रहे आढ़ती

पंजाब में फसल की सीधी अदायगी शुरू होने पर ब्लैंक चेक का पैंतरा खेलने वाले आढ़ती अब मंडियों में बारदाने की किल्लत का शोर मचा रहे हैं। दूसरी तरफ वे खुद मान रहे हैं कि मंडियों में 40 से 60 फीसद गेहूं खरीदने के लिए बारदाना उपलब्ध है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 01:59 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 01:59 PM (IST)
पंजाब की मंडियों में 40 से 60 फीसद गेहूं के लिए बारदाना, फिर भी किल्लत का शोर मचा रहे आढ़ती
खुद मान रहे हैं कि मंडियों में 40 से 60 फीसद गेहूं खरीदने के लिए बारदाना उपलब्ध है।

चंडीगढ़, [इंद्रप्रीत सिंह]। पंजाब में फसल की सीधी अदायगी शुरू होने पर ब्लैंक चेक का पैंतरा खेलने वाले आढ़ती अब मंडियों में बारदाने की किल्लत का शोर मचा रहे हैं। दूसरी तरफ वे खुद मान रहे हैं कि मंडियों में 40 से 60 फीसद गेहूं खरीदने के लिए बारदाना उपलब्ध है। उनके इस शोर के चलते मंडी बोर्ड के अधिकारी किसानों को गेहूं लाने के लिए ज्यादा पास जारी नहीं कर रहे हैं ताकि मंडियों में अंबार न लग जाएं।

वहीं, किसानों में पास न मिलने और बारदाने की कमी को लेकर आ रही खबरों को सुनकर बेचैनी बढ़ती जा रही है। उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि वे अपनी फसल लेकर मंडी जाएं या न लेकर जाएं। आढ़ती भी उन्हें फसल न लाने के लिए ही कह रहे हैं और बता रहे हैं कि बारदाने की कमी है।

दैनिक जागरण की टीमों ने प्रदेश की उन मंडियों का दौरा किया, जहां से ऐसी सूचनाएं आ रही हैं। आढ़तियों ने उन्हें बताया कि उनके पास 40 से 60 फीसद तक गेहूं खरीदने के लिए बारदाना है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी केएपी सिन्हा ने बुधवार को विभिन्न अधिकारियों के साथ खरीद का जायजा लिया, जिसमें बारदाने की कमी का मामला सामने आया। मीटिंग में बताया गया कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के चलते देश भर में जूट वाले बारदाने की सप्लाई प्रभावित हो रही है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) ने पुराना बारदाना खरीदने की इजाजत दे दी है और हमने टेंडर लगाकर आढ़तियों को ही इसमें प्राथमिकता देने का फैसला किया है, ताकि वे जल्द से जल्द बारदाने को उपलब्ध करवाने का काम शुरू कर दें। पुराने बारदाने के टेंडर 16 अप्रैल को खुलेंगे।

वहीं, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु ने फरीदकोट में कहा कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के कारण बारदाने की कमी है। पंजाब के पास दो लाख से अधिक गांठों का स्टाक है। कोरोना के कारण लागू पास सिस्टम के कारण खरीद में वक्त लग रहा है। उन्होंने खरीद के बाद किसानों के खाते में 48 घंटे में पैसे आने का दावा किया।

कृत्रिम कमी दिखाकर बढ़ाई जा रही किसानों की परेशानी

बरनाला जिले में बारदाना न होने के कारण ढुलाई का काम प्रभावित हो रहा है। हालांकि, कहा गया है कि मंगलवार शाम को बारदाना पहुंच गया है और एक दो दिन में ही लिफ्टिंग के काम में तेजी आ जाएगी। नवांशहर के डीएमओ स्वर्ण सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार की एजेंसी एफसीआइ के पास 100 फीसद बारदाना है, जबकि प्रदेश की एजेंसियों के पास 16 अप्रैल को टेंडर खुलने के बाद ही बारदाना पर्याप्त मात्रा में मिल पाएगा। पटियाला जिला की मंडियों में 40 फीसद बारदाने की कमी चल रही है।

डीएफएससी हरशरणजीत सिंह बराड़ ने बताया कि बारदाना रोज की जरूरत के अनुसार मंगवाया जा रहा है। फरीदकोट में 5.40 मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य है। इसके लिए लिए 50 लाख बारदाने की जरूरत है, जिले में मौजूदा समय में लगभग 50 फीसद बारदाना उपलब्ध है। हालांकि, अभी खरीद तेजी नहीं पकड़ पाई है, लेकिन आढ़ती बारदाने की कृत्रिम कमी दिखाकर किसानों के लिए परेशानी खड़ी कर रहे हैं। अमृतसर के फूड सप्लाई विभाग के मुताबिक फसल के लिए 60 लाख बारदाने की व्यवस्था विभाग के पास है।

रूपनगर के डीएफएसई सतबीर सिंह मावी के मुताबिक 3299 गांठ का बारदाना है। एक गांठ में 500 बोरी होती है। होशियारपुर में 2.40 लाख बारदाना है। फरीदकोट व फाजिल्का में 50 फीसद, जबकि गुरदासपुर व फिरोजपुर में 40 फीसद बारदाना उपलब्ध है। संगरूर के जिला मंडी अफसर जसपाल सिंह का कहना है कि टेंडर खुलने के बाद कमी दूर हो जाएगी। तरनतारन के जिला फूड सप्लाई कंट्रोलर सुखजिंदर सिंह का कहना है कि खरीद शुरू होते ही बारदाना मंडियों में पहुंच जाएगा।

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