जालंधर सेंट्रल हलके में घमासान, सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर मनोज पुंज AAP में शामिल

प्रोविडेंट फंड विभाग से इस्तीफा देकर मनोज पुंज ने भी आप में एंट्री कर ली है और सेंट्रल हलके के टिकट के लिए दावेदारी भी पेश कर दी है। मनोज को शनिवार तलवंडी साबो की आप की विधायक प्रोफेसर बलजिंदर कौर ने चंडीगढ़ में पार्टी में शामिल करवाया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 10:08 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 10:08 AM (IST)
जालंधर सेंट्रल हलके में घमासान, सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर मनोज पुंज AAP में शामिल
प्रोविडेंट फंड विभाग से इस्तीफा देकर राजनीति में आए मनोज पुंज चंडीगढ़ में आप में शामिल हुए हैं।

जासं, जालंधर। आम आदमी पार्टी (आप) के सेंट्रल हलके में टिकट को लेकर घमासान अब साफ नजर आना शुरू हो गया है। प्रोविडेंट फंड विभाग से इस्तीफा देकर मनोज पुंज ने भी आप में एंट्री कर ली है और सेंट्रल हलके के टिकट के लिए दावेदारी भी पेश कर दी है। मनोज को शनिवार तलवंडी साबो की आप की विधायक प्रोफेसर बलजिंदर कौर ने चंडीगढ़ में पार्टी में शामिल करवाया है। मनोज से पहले भी पिछली बार आप से चुनाव लड़ चुके डा. संजीव शर्मा सहित कई नेता दावेदारों की दौड़ में शामिल हैं। 

प्रोविडेंट फंड विभाग में रहते हुए मनोज पुंज अखिल भारतीय मजदूर संघ पंजाब के कोषाध्यक्ष, ह्यूमन राइट्स ऑफ इंडिया के पंजाब अध्यक्ष एवं नार्थ इंडिया फिल्म एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। खास बात यह है कि मनोज पुंज की जॉइनिंग के समय चंडीगढ़ में कुछ ऐसे लोग भी मौजूद थे, जिन्हें पार्टी हाईकमान के बेहद करीब माना जाता है। मनोज ने साफ कहा है कि वह सेंट्रल हलके से टिकट के दावेदार हैं और आप की टिकट पर आगामी विधानसभा चुनाव हर हाल में लड़ेंगे। मनोज को आप में शामिल कराने के लिए आप दिल्ली के संगठन मंत्री राधेश्याम सिंघल और शिखा विशेष तौर पर उपस्थित हुईं थी।

सेंट्रल हलके में टिकट के लिए कड़ी टक्कर

सेंट्रल हलके में आपकी टिकट पर 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके डा. संजीव शर्मा भी टिकट के दावेदार थे। डा. शर्मा मौजूदा समय में आप डॉक्टर विंग के सह अध्यक्ष हैं और उन्हें प्रवक्ता की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। शनिवार को ही इकबाल सिंह ढींडसा अकाली दल को अलविदा बोल कर चंडीगढ़ में ही आप में शामिल हो गए हैं और वह भी खुद को टिकट का दावेदार बता रहे हैं। आप के सेंट्रल हलके में जो समीकरण बनते नजर आ रहे हैं, उनसे यह साफ हो गया है कि टिकट के लिए ही उम्मीदवारों को कड़ी जंग लड़नी पड़ेगी।

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