संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़ाने व टैटू बनवाने समय एक ही सूई का प्रयोग करने से हो सकता है ए़ड्स
एनएसएस की प्रोग्राम अफसर रेशम कौर और हरजीत कौर ने वालंटियर सहित सभी को एड्स के लक्षणों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि इस रोग की वजह से गले में छाले पड़ना वजन घटना आदि परेशानियों शुरू हो जाती है।
जालंधर, जेएनएन। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल गांधी कैंप में विश्व एड्स दिवस मनाया गया। इस दौरान एनएसएस के वॉलिंटियर्स की तरफ से एड्स जागरूकता को जन-जन तक पहुंचाने की शपथ भी ली गई। एनएसएस की प्रोग्राम अफसर रेशम कौर और हरजीत कौर ने वालंटियर सहित सभी को एड्स के लक्षणों के बारे में जागरूक किया।
उन्होंने कहा कि इस रोग की वजह से गले में छाले पड़ना, वजन घटना आदि परेशानियों शुरू हो जाती है। इससे बचाव के लिए ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी सुई एक से दूसरे व्यक्ति को न लगे, संक्रमित व्यक्ति के खून को दूसरे व्यक्ति को चढ़ाए जाने से भी यह रोग हो सकता है, इसके अलावा आजकल तो टैटू बनाए जाने का बहुत क्रेज है। इस दौरान टैटू बनाने में भी एक ही सुई का प्रयोग किया जाता है। टैटू बनाने की प्रक्रिया से बचना चाहिए। इस तरह की सावधानियों से एड्स रोग से बचा जा सकता है।
इस दौरान वालंटियर को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के बारे में भी जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि संक्रमण की अभी तक वैक्सीन नहीं आई है और संक्रमण भी बड़ी तेजी से निरंतर फैल रहा है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए शारीरिक दूरी बनाकर रखें व मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकलें।