तीसरे जीएसटी डिस्ट्रिक्ट के गठन के लिए 20 ईटीओ की जरूरत
जिले में तीसरे जीएसटी डिस्ट्रिक्ट के गठन के लिए अभी 20 ईटीओ की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
व्यापार एवं उद्योग जगत को राहत देने के उद्देश्य से तीसरे जीएसटी डिस्ट्रिक्ट के गठन में ईटीओ की कमी आड़े आ सकती है। शहर में तीसरे जीएसटी डिस्ट्रिक्ट के गठन से पहले न्यूनतम 36 ईटीओ का होना बेहद जरूरी है। मौजूदा समय में जालंधर के दो जीएसटी डिस्ट्रिक्ट में महज 16 ईटीओ ही उपलब्ध हैं। कुछ ईटीओ के एईटीसी प्रमोट हो जाने के कारण यह स्थिति बन रही है। ईटीओ की कमी के चलते एक से ज्यादा वार्ड एक ही ईटीओ के हवाले किए गए हैं।
जिले में 35 हजार के लगभग जीएसटी डीलर हैं, जिनसे संबंधित काम दो जीएसटी डिस्ट्रिक्ट की तरफ से संभाला जा रहा है। नई व्यवस्था के मुताबिक अब तीन डिस्ट्रिक्ट में कुल 36 वार्ड होंगे। इस तरह एक डिस्ट्रिक्ट में 12 वार्ड होंगे। प्रत्येक वार्ड में लगभग 1000 जीएसटी डीलर शामिल किए जाएंगे। प्रत्येक जीएसटी जिले में तीन असिस्टेंट कमिश्नर, तीन कमिश्नर अपील, 12 ईटीओ एवं इंस्पेक्टरों का स्टाफ होगा। डिस्ट्रिक्ट-एक में ये शामिल होंगे इलाके
संविधान चौक, बीएसएफ चौक, पीएपी चौक, आदमपुर से भोगपुर, रेरू, दोआबा चौक, टांडा रोड, खिगरा गेट, शहीद भगत सिंह चौक, स्काई लार्क चौक, फगवाड़ा से जालंधर जीटी रोड, परागपुर, होशियारपुर रोड, रामामंडी चौक एवं कठार। डिस्ट्रिक्ट-दो के इलाके
कपूरथला रोड, बस्ती दानिशमंदां, बस्ती गुजां, नकोदर चौक, गुरदयाल नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, करतारपुर, फोकल प्वाइंट, करतारपुर, सूरानुस्सी, मकसूदां, बावा खेल, लेदर कांप्लेक्स, थाना डिवीजन नंबर चार का इलाका, बस्ती अड्डा, पटेल चौक, गुड मंडी, माई हीरां गेट एवं सोढल। डिस्ट्रिक्ट-तीन के इलाके
नकोदर, शाहकोट, लोहियां, लांबड़ा, जमशेर, कैंट, जंडियाला, नूरमहल, बिलगा, गोराया, फिल्लौर, अपरा, दोसांझ कलां, डा. बीआर आंबेडकर चौक, अड्डा बस्ती शेख, काला संघियां रोड, घास मंडी रोड, उग्गी गांव, श्री गुरु रविदास चौक, माडल टाउन, छोटी बारादरी व डिफेंस कालोनी अक्टूबर के पहले सप्ताह में उपलब्ध होंगे ईटीओ
जालंधर के डीईटीसी परमजीत सिंह ने कहा कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में पर्याप्त संख्या में ईटीओ उपलब्ध हो जाने की प्रबल संभावना है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में पंजाब में 52 इंस्पेक्टरों को ईटीओ प्रमोट करने की प्रक्रिया पाइप लाइन में है। उम्मीद है कि एक महीने में यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। नए बनाए जा रहे तीसरे डिस्ट्रिक्ट को मिलाकर भी कोई नया इलाका जालंधर में शामिल नहीं किया जा रहा है। इस वजह से मात्र रिकार्ड और सरकारी अमले की ही डिवीजन की जानी है।