जालंधर में डेंगू से मीडिया कर्मी के 12 वर्षीय बच्चे की मौत, प्लेटलेट्स घटने पर लुधियाना ले गए थे घरवाले

डेंगू के कारण एक 12 साल के दिव्यांश की मौत हो गई है। बता दें कि सिविल अस्पताल में वायरल और डेंगू को 23 मरीज दाखिल हैं। एडीपी किटें खत्म होने के कारण मरीजों को भारी परेशानी पेश आ रही है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 11:38 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 03:02 PM (IST)
जालंधर में डेंगू से मीडिया कर्मी के 12 वर्षीय बच्चे की मौत, प्लेटलेट्स घटने पर लुधियाना ले गए थे घरवाले
जालंधर में डेंगू के कारण एक बच्चे की मौत हो गई है। सांकेतिक चित्र।

जासं, जालंधर। महानगर में डेंगू बढ़ते मामलों के बीच बुरी खबर आई है। डेंगू के कारण रविवार को मीडिया कर्मी के 12 वर्षीय बच्चे दिव्यांश की मौत हो गई। इससे इलाके में दहशत का माहौल है। इससे पहले जिले में डेंगू से दो बच्चों की बहुत हो चुकी है। हालांकि सेहत विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। बच्चे की पहचान दिव्यांश पुत्र सोम लाल निवासी छोटा सईपुर के तौर पर हुई है। 

स्वजनों ने बताया कि पिछले सप्ताह उसको बुखार हुआ था। निजी डाक्टर से इलाज करवाने के उपरांत उसे स्थानीय चैरिटेबल अस्पताल में भी दाखिल करवाया गया था। बच्चे के प्लेटलेट्स काफी कम हो गए थे। डाक्टरों ने उसे डेंगू के साथ ब्रेन हेमरेज होने की बात कही थी। उसकी तबीयत बिगड़ने पर वे उसे लुधियाना के एक निजी अस्पताल में ले गए थे। अस्पताल में एक दिन रखने के बाद शुक्रवार बाद दोपहर उसे मृत घोषित कर दिया गया था। शुक्रवार शाम को बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया था।

घर में छाया मातम

बच्चे की मौत के बाद घर में मातम छाया हुआ है । घरवालों के आंसू नहीं थम रहे हैं। दिव्यांश छठी कक्षा में सुरानुस्सी केवी विद्यालय में पढ़ता था। उसका एक छोटा भाई भी है। स्वजनों का कहना है कि दिव्यांश स्वभाव से काफी अच्छा बच्चा था। वह पढ़ाई में भी अच्छे अंक लेकर आता था। एक नवंबर को उसका जन्मदिन आने वाला था, जिसे इस बार कभी धूमधाम से मनाने की योजना बनाई हुई थी। अस्पताल में जब इलाज के लिए गए तो वह पिता के साथ चलकर ही वार्ड में गया था।

कार्ड टेस्ट में पाजिटिव मिला था दिव्यांश

अस्पताल के अनुसार दिव्यांश कार्ड टेस्ट में डेंगू पॉजिटिव पाया गया था। अस्पताल से सैंपल मंगवा लिया गया है और इसका टेस्ट किया जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही डेंगू होने की पुष्टि की जाएगी। हालांकि विभाग की टीम प्रभावित इलाके में जाकर सर्वे करेंगी।

डेंगू से दो बच्चों की हो चुकी है मौत!

इससे पहले भी जिले में दो बच्चों की डेंगू से मौत हो चुकी है। इनमें एक सोडल तथा दूसरा चंदन नगर इलाके से संबंधित है। सेहत विभाग ने अभी उन्हें संदिग्ध डेंगू के मरीजों की श्रेणी में रखा है। पूरी पड़ताल के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि की जाएगी। जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डा. आदित्य पाल सिंह का कहना कि इस संबंध में उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है। मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं। उसके बाद ही इसकी पुष्टि कर सकेंगे।

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