कौन से अस्पतालों में लगेगी कोविड वैक्सीन, आज चलेगा पता

कोरोना वैक्सीन सोमवार से आम लोगों को लगनी शुरू हो जाएगी। इससे पहले यह वैक्सीन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों व फ्रंटलाइन वर्करों को लग रही थी। वैक्सीनेशन के लिए सरकारी के साथ कुछ प्राइवेट अस्पतालों में भी सेंटर बनाए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 07:36 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 06:41 AM (IST)
कौन से अस्पतालों में लगेगी कोविड वैक्सीन, आज चलेगा पता
कौन से अस्पतालों में लगेगी कोविड वैक्सीन, आज चलेगा पता

संवाद सहयोगी, होशियारपुर : कोरोना वैक्सीन सोमवार से आम लोगों को लगनी शुरू हो जाएगी। इससे पहले यह वैक्सीन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों व फ्रंटलाइन वर्करों को लग रही थी। वैक्सीनेशन के लिए सरकारी के साथ कुछ प्राइवेट अस्पतालों में भी सेंटर बनाए जाएंगे। हालांकि सेंटर कौन-कौन से होंगे, इसके लिए मीटिग सोमवार को होगी। इसमें तय किया जाएगा कि वैक्सीनेशन के लिए कौन सा अस्पताल अनुकूल है या कौन सा सारी शर्तो को पूरा करता है। सबसे जरूरी वैक्सीनेशन के लिए अलग वार्ड तैयार करना है। वैसे तो आयुष्मान के अधीन जिले में 27 से 28 अस्पताल हैं, लेकिन फिर भी वैक्सीनेशन के लिए अलग से गाइडलाइन जारी की गई है। जिन अस्पतालों में पूरा प्रबंध होगा वहीं पर वैक्सीनेशन लगेगी। यह सब आज तय किया जाएगा। कोविड-19 के इंजेक्शन लगाए जाने के बारे में जिला टीकाकरण अधिकारी डा. सीमा गर्ग ने बताया कि जिले में वैसे तो 27-28 अस्पताल प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के अधीन हैं, लेकिन इनमें दस अस्पताल आंखों के हैं। अब इनमें कितने अस्पतालों में कोविड-19 के इंजेक्शन लगाएंगे, इसके बारे में डीसी होशियारपुर की तरफ से बुलाई गई मीटिग के बाद जानकारी मिल सकेगी।

तीन अस्पतालों के नाम आए हैं सामने

सरकार के दिशा निर्देशों के बाद डीसी ने मिनी सचिवालय में विशेष बैठक बुलाई है। इसमें सिविल सर्जन के साथ जिला टीकाकरण अफसर व अलग अलग विभाग के अधिकारी जो सीधे तौर पर वैक्सीनेशन में योगदान देंगे, भाग लेगें। इसके बाद तय होगा कि वैक्सीनेशन किन अस्पतालों में होगी और क्या प्रबंध किए जाने हैं। फिलहाल अभी तक शहर के तीन अस्पताल सामने आए हैं जिनमें शिवम, माडर्न व आइवीवाइ शामिल हैं। इसमें पहले भी यहां वैक्सीनेशन की गई थी।

कितने लोगों को एक दिन में लगेंगे इंजेक्शन, बताएंगे संबंधित अस्पताल

जिला टीकाकरण अफसर सीमा गर्ग ने बताया कि पहले दिन जितने भी लोगों की रजिस्ट्रेशन की जाएगी उन सभी की लिस्ट संबंधित अस्पताल को भेज दी जाएगी और इसके बाद सारा काम संबंधित अस्पताल का है कि वहां पर कितने लोग कोविड-19 का इंजेक्शन लगाने पहुंचते हैं और उनका सारा रिकार्ड संबंधित अस्पताल की तरफ से रखा जाएगा ताकि वैक्सीनेशन करवाने वालों को दूसरी डो•ा के लिए संपर्क किया जा सके।

ऐसे मिलेंगे कोविड-19 के इंजेक्शन

वैक्सीन के लिए संबंधित अस्पताल को केंद्र सरकार के नाम पर पैसे जमा करवाने होंगे। उक्त पैसे जमा कराने की रसीद सरकारी अस्पताल के रिकार्ड में रखी जाएगी और उसके हिसाब से संबंधित अस्पताल को कोविड-19 के इंजेक्शन दिए जाएंगे।

प्रति टीके से 150 रुपये कमाएंगे निजी

प्राइवेट अस्पतालों में कोविड-19 इंजेक्शन की कीमत 250 रुपये रखी गई है। इसमें से 100 रुपये अस्पताल के पास रहेंगे और 150 रुपये सरकार के नाम पर जमा किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त सिगल डोर अस्पतालों में उक्त इंजेक्शन नहीं लगाए जा रहे है, क्योंकि इंजेक्शन लगाने के समय अगर किसी को साइड इफै क्ट होता है तो उसे कंट्रोल करने का भी मौके पर ही इंतजाम होना बहुत जरूरी है। ऐसे में संबंधित अस्पताल को सारी शर्तों पर अमल करना होगा।

जनता को भी होना होगा जागरूक

डा. सीमा गर्ग ने बताया कि कुछ समय पहले जिले में कोरोना वायरस की रोकथाम किसी हद तक नियंत्रण में हो गई थी और लोगों को लगातार जागरूक भी किया जा रहा था। मगर, सरकार की तरफ से दी गई ढील के चलते कोरोना वायरस ने एक बार फिर से पैर पसार लिए। इसके कारण सरकार को सख्त दिशा निर्देश जारी करने होंगे ताकि कोरोना वायरस पर काबू पाया जा सके। वहीं लोगों को घरों से निकलते समय मुंह पर मास्क लगाना चाहिए। यही नहीं, फिजिकल डिस्टेंसिग के साथ भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से परहेज करना चाहिए।

तीन और पाजिटिव, एक की मौत

रविवार को तीन पाजिटिव मामले आए हैं। इनमें से दो केस शहर व एक जिला के अन्य स्वास्थ्य केंद्र से है। गढ़शंकर के बस्सीआला के 70 वर्षीय व्यक्ति की मौत प्राइवेट अस्पताल में हो गई। वहीं 1557 शकी लोगों के सैंपल लिए गए थे और 67 सैंपलों की रिपोर्ट प्राप्त हुई। इसके साथ पाजिटिव मरीजों का आंकड़ा 8586 हो गया है व मरने वालों की संख्या 371 तक पहुंच गई। अब तक 3,09,608 सैंपल लिए जा चुके हैं। इनमें से 2,96,965 सैंपल नेगेटिव आए हैं जबकि 5795 सैंपलों की रिपोर्ट का इंतजार है। 197 सैंपल इनवैलड पाए गए हैं। 317 केस एक्टिव हैं और 8043 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं।

संडे मार्केट में गाइडलाइन बन गई फन डे

शहर में लगने वाली संडे मार्केट में कोई गाइडलाइन का पालन करता दिखाई नहीं दे रहा है। न तो कोई मास्क लगाने को तैयार है, न ही दो गज की दूरी बनाने को। यह सब निगम व जिला प्रशासन की नाक के तले हो रहा है। कहने को प्रशासन दावा करता है कि गाइडलाइन का पालन न करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन संडे मार्केट में यह दावा हर हफ्ते फेल हो जाता है। क्योंकि, कोई चेकिग नहीं हो रही। पुलिस मुलाजिम केवल वाहनों के चालान काटने के लिए तैनात रहते हैं। यह कहना गलत नहीं है कि जहां लोग बेफ्रिक घूमते हैं वहीं प्रशासन का उदासीन रवैया भी महामारी के प्रसार का जिम्मेदार है।

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