दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त डडवाल के निधन से गांव में शोक की लहर

दिल्ली के पूर्व पुलिस आयुक्त युद्धवीर (वाइएस) सिंह डडवाल का बुधवार देर रात डीएलएफ छतरपुर स्थित रोज एवेन्यू फार्म हाउस में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 11:42 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 11:42 PM (IST)
दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त डडवाल के निधन से गांव में शोक की लहर
दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त डडवाल के निधन से गांव में शोक की लहर

जागरण टीम, हरियाना (होशियारपुर) : दिल्ली के पूर्व पुलिस आयुक्त युद्धवीर (वाइएस) सिंह डडवाल का बुधवार देर रात डीएलएफ छतरपुर स्थित रोज एवेन्यू फार्म हाउस में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। 1974 बैच के आइपीएस अधिकारी डडवाल 2007 से अक्टूबर, 2010 तक दिल्ली के पुलिस आयुक्त रहे थे। इसके बाद वह एसएसबी के डीजी बनाए गए और वहां से सेवानिवृत्त हुए थे। शुक्रवार को लोधी कालोनी श्मशान गृह में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

डडवाल को न्यूरो संबंधित बीमारी थी। काफी समय वह एम्स में भर्ती रहे। डेढ़ माह पहले अस्पताल से छुट्टी हुई थी। वह कभी न्यू फ्रेंड्स कालोनी स्थित आवास में तो कभी छतरपुर में रहते थे। मूलरूप से वह पंजाब के होशियारपुर जिले के थे।

पहाड़ियों की सीमा पर बसे होशियारपुर के गांव चौकी के नाम अनुरूप यहां के डडवाल परिवार ने देश की सेवा में अपना योगदान दिया है। पिता मंगत चंद डडवाल ने आर्मी में बतौर ब्रिगेडियर सेवाएं दीं तो बेटा वाईएस डडवाल भी उन्हीं के नक्शे कदम पर चलते हुए पुलिस प्रशासन में सेवाएं देने के लिए देश की सेवा को समर्पित रहा। देश के प्रति पिता और पुत्र की सेवाओं पर गांववासियों को नाज है। पूर्व आयुक्त वाईएस डडवाल के निधन से गांव चौकी में शोक की लहर दौड़ गई।

सरपंच प्रोमिला व उनके पति सोढ़ी सिंह ने बताया कि भले ही डडवाल परिवार गांव में कम ही आता था, लेकिन जब भी यहां पर आते थे तो सभी बहुत लाड प्यार से मिलते थे। पुश्तैनी घर में अब कोई नहीं रहता है। एक किस्म से घर खंडहर में तब्दील होता जा रहा है।

वाईएस डडवाल के चचेरे भाई विश्वामित्र ने बताया कि मंगत सिंह डडवाल चूंकि आर्मी में ब्रिगेडियर थे। इसलिए जहां-जहां पर उनकी पोस्टिग होती थी, वहीं पर उनका परिवार भी रहता था। इसलिए वाईएस डडवाल का गांव चौकी से नाता कम ही रहा है। हां, एक बात जरूर थी कि अपने पिता की भांति ही वाईएस डडवाल भी गांव में आते-जाते रहते थे। उन्हें भी अपनी जन्मभूमि की माटी से बहुत प्यार था। वह बेहद ही मिलनसार स्वभाव के थे।

वीरवार सुबह उनके निधन की खबर मिली तो गांव में शोक की लहर दौड़ गई। क्योंकि डडवाल परिवार ने देश की सेवा में ही समर्पित रहा है। उनकी सेवाओं पर गांववासियों को फº है। पूरे परिवार का गांव से था लगाव

ब्रिगेडियर मंगत चंद डडवाल के ड्राइवर रह चुके बलदेव सिंह भी वहां पर मौजूद थे। उन्होंने बताया कि उनके पूरे परिवार का गांव के साथ बहुत लगाव था। जब कभी भी मौका मिलता था, वे गांव जरूर आते थे। उन्होंने बताया कि जठेरों की पूजा में तो वे जरूर आते थे। गांव के समीप धार्मिक स्थल पर अकसर माथा टेकने आते रहते थे। वाईएस डडवाल का बेटा दिल्ली में कारोबारी

वाईएस डडवाल का बेटा प्रणयवीर दिल्ली में बिजनेस करते हैं। वाईएस डडवाल के बड़े भाई मनवीर सिंह लेफ्टिनेंट जनरल रह चुके हैं और दूसरे बड़े भाई नरदीप सिंह कनाडा में हैं।

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