पेटेंट कानून में ढील देकर बढ़ाया जाए वैक्सीन उत्पादन : दिनकर पराशर

स्वदेशी जागरण मंच द्वारा शनिवार को विश्व जागृति दिवस के रूप में पेटेंट संकल्प कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 06:29 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 06:29 PM (IST)
पेटेंट कानून में ढील देकर बढ़ाया जाए वैक्सीन उत्पादन : दिनकर पराशर
पेटेंट कानून में ढील देकर बढ़ाया जाए वैक्सीन उत्पादन : दिनकर पराशर

संवाद सहयोगी, दातारपुर :

स्वदेशी जागरण मंच द्वारा शनिवार को विश्व जागृति दिवस के रूप में पेटेंट संकल्प कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मंच व अन्य संस्थाओं से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कोविड वैक्सीन को सर्व सुलभ बनाने के लिए इसे पेटेंट मुक्त करने के लिए पोस्टर व बैनर हाथ में लेकर इस में भाग लिया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता महंत श्री राज गिरी 108 संरक्षक मां कामाक्षी देवी शक्ति पीठ ने कहा कि वैश्विक मानवता आज कोविड-19 के रूप में एक अभूतपूर्व संकट व त्रासदी का सामना कर रही है। पिछले लगभग एक वर्ष में दुनिया भर में 37 लाख से अधिक और भारत में 3.4 लाख से अधिक लोगों की कोविड-19 से असमय मृत्यु हो गई है। इजराइल, यूएसए, यूके, नार्वे आदि देशों ने अपनी व्यस्क आबादी के बहुमत का टीकाकरण करके ताजा संक्रमण और कोरोना से होने वाली मौतों को नियंत्रित किया है। लोगों को कोरोना से बचाने के लिए दुनिया को करीब 14 अरब वैक्सीन डोज की जरूरत है जबकि पिछले लगभग छह महीनों में सभी आठ फार्मा कंपनियों द्वारा कोविड टीकों की केवल 200 करोड़ डोज का ही उत्पादन किया जा सका है। वर्तमान दर पर, दुनिया की योग्य आबादी को टीका लगने में दो-तीन साल और लग सकते हैं, जबकि पहले से ही टीका लगाए गए लोगों को पुन: नए कोरोना वेरिएंट से संक्रमित होने से बचाने के लिए 10 से 12 महीनों के समय में सभी देशों की योग्य आबादी का टीकाकरण करना जरूरी है। इस अवसर पर शिक्षाविद सतपाल शास्त्री ने कहा कि वैक्सीन और दवाओं का उत्पादन बढ़ाने के लिए पेटेंट कानूनों में ढील देने की जरूरत है।

प्रांत सह संयोजक स्वदेशी जागरण मंच दिनकर पराशर के नेतृत्व में पंजाब प्रांत के विभिन्न जिलों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला होशियारपुर में 27 स्थानों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दिनकर पराशर ने कहा कि विश्व व्यापार संगठन ने नौ जून 2021 को अपनी बैठक में सात से अधिक देशों द्वारा समर्थित भारत और दक्षिण अफ्रीका के वैक्सीन निर्माण को बढ़ाने के लिए ट्रिप्स के प्रावधानों में छूट के प्रस्ताव को फास्ट ट्रैक से अंतिम रूप देने के लिए एक टेक्स्ट आधारित प्रक्रिया शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है। यह भारत में 'यूनिवर्सल एक्सेस टू वैक्सीन एंड मेडिसिन' जैसे अभियानों और दुनिया में इसी तरह के अन्य अभियानों द्वारा उत्पन्न जनता के दबाव के कारण संभव हुआ है।

कार्यक्रमों के आयोजन में कार्यकर्ता सुरेश सिंह, सरबजीत सिंह, विवेक भारती, वरुण, अनु शर्मा, दीपशिखा, मधु, मंजु एवं सुनयना ने अहम भूमिका निभाई।

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