अल्टीमेटम के गुजरे तीन दिन, पर नहीं दिखा असर

सर्विस लेन से अवैध कब्जे हटाने के लिए निगम ने चाहे नोटिस जारी कर दिए हैं पर कब्जाधारी अभी भी पहले की तरह कब्जों पर काबिज हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 06:10 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 06:16 AM (IST)
अल्टीमेटम के गुजरे तीन दिन, पर नहीं दिखा असर
अल्टीमेटम के गुजरे तीन दिन, पर नहीं दिखा असर

जागरण संवाददाता, होशियारपुर : सर्विस लेन से अवैध कब्जे हटाने के लिए निगम ने चाहे नोटिस जारी कर दिए हैं, पर कब्जाधारी अभी भी पहले की तरह कब्जों पर काबिज हैं। नोटिस जारी करते हुए निगम ने कब्जाधारियों को एक सप्ताह की मोहलत दी थी और इस दौरान उन्हें खुद कब्जे हटाने का आदेश दिया गया था, पर इस बार भी निगम की चेतावनी को कब्जाधारी हलके में ले रहे हैं और इस समय को कुछ दिन पहले दी गई पांच दिन की मोहलत की तरह ही मान रहे हैं। तीन दिन में कब्जाधारियों ने एक इंच जगह खाली नहीं की है। इससे यह तो साफ है कि अतिक्रमणकारियों को किसी का कोई डर नहीं है। हर शाम को सर्विस लेन अहाते में तबदील हो रही है। सरेआम शराब परोसी जा रही है और आसपास के लोग परेशान हैं। इस संबंध में इंस्पेक्टर संजीव अरोड़ा ने बताया कि कब्जाधारियों को नोटिस दे दिए गए हैं और सात दिन की मोहलत दी गई है। अगर तय समयसीमा में कब्जे नहीं हटाए गए तो सख्त एक्शन लिया जाएगा।

पहले दी थी पांच दिन की चेतावनी

दैनिक जागरण ने सर्विस लेन पर सरेआम परोसी जाने वाली शराब और इससे आसपास के लोगों को होने वाली समस्या को जब उठाया, तो निगम ने तुरंत कार्रवाई करने का आश्वासन देते हुए कब्जाधारियों को पांच दिन की मोहलत दी थी। इसके साथ ही चेतावनी दी थी कि यदि इन दिनों में कब्जे नहीं हटाए गए तो निगम कब्जे हटाने को मजबूर होगा। लेकिन मोहलत बीत गइ, न तो कब्जाधारियों ने कब्जे हटाए और न ही निगम ने कार्रवाई की तरफ ध्यान दिया। उलटा इस दौरान नया पेंच फंसाते हुए कहा कि यह लेन पीडब्ल्यूडी के अधीन है और कार्रवाई उनकी बनती है। इसी बीच, पीडब्ल्यूडी ने कानून का हवाला देते हुए कार्रवाई करने से यह कहकर मना दिया था कि कब्जों पर कार्रवाई निगम का काम है। इसके बाद निगम को मीटिंग में ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दे दिया था। लेकिन स्थानीय निकाय चुनाव आ गए और इलेक्शन ड्यूटी का कहकर कार्रवाई लटक गई। अब इलेक्शन के बाद फिर नोटिस दिए गए हैं।

लोग परेशान पर कार्रवाई नहीं

सर्विस लेन लोगों की सुविधा के लिए बनाई गई थी, लेकिन यह सुविधा एक भी दिन नहीं मिली। पहले दिन ही सर्विस लेन कब्जाधारियों की भेंट चढ़ गई। कब्जों की आड़ में हर शाम को लेन अहाते में तबदील हो जाती है। हालात यह होते हैं कि शाम को तो इलाके से मोहल्ला वासियों खास तौर पर महिलाओं का गुजरना मुश्किल हो जाता है। सरेआम शराब परोसी जाती है। नोटिस मिलने के बावजूद शाम को शराब परोसने का काम लगातार जारी है।

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