वृक्ष धरती का वैभव व सृष्टि का श्रृंगार है : पूजा शर्मा
दातारपुर के नजदीक सेंट मेरी स्कूल भटोली में 25 सितंबर को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया
संवाद सहयोगी, दातारपुर : दातारपुर के नजदीक सेंट मेरी स्कूल भटोली में 25 सितंबर को विश्व पर्यावरण व स्वास्थ्य व दिवस मनाया गया। प्रदूषण को लेकर सारी दुनिया चितित होने के बावजूद यही लगता है कि अभी प्रदूषण के स्तर को कम करने के ठोस प्रयास नहीं हो पा रहे हैं। विश्व पर्यावरण सेहत दिवस पर स्कूल की प्रिंसिपल पूजा शर्मा ने उक्त चर्चा करते हुए कहा दुनिया में केवल और केवल वायु प्रदूषण के कारण ही सालाना 33 लाख लोगों की मौत के आगोश में समा जाते हैं। उन्होंने कहा कि इसमें भी सबसे बड़ा आंकड़ा आबादी के अत्यधिक दबाव वाले भारत और चीन का है। विकासशील देशों पर भी यह खतरा अधिक मंडरा रहा है।
इस अवसर पर पूजा शर्मा ने कहा कि दरअसल विद्युत और आटोमोबाइल क्षेत्र में तेजी से विकास वायु प्रदूषण का बड़ा कारण बनता जा रहा है। एक समय था जब वायु प्रदूषण के लिए कल-कारखानों की धुआं उगलती गगनचुंबी चिमनियों को ही दोषी माना जाता था, लेकिन विकास की रफ्तार में वायु प्रदूषण के कई अन्य कारक भी उभरकर सामने आए हैं। शहरों में धुआं उगलती सड़कें वायु प्रदूषण के कारण मौत का खास कारण बनती जा रही हैं।
पूजा शर्मा ने कहा कि इसके अलावा बिजली की निर्विघ्न आपूर्ति नहीं होने से बाजारों, माल व होटलों में जिस तरह से डीजल जेनरेटरों का उपयोग बढ़ता जा रहा है, वह भी वायु प्रदूषण का कारण बनता जा रहा है।
इस अवसर पर पूजा ने कहा इसके अलावा घरों में अब इलेक्ट्रनिक उपकरणों की भरमार है। एसी, फ्रिज आज आम हो गया है। इनसे निकलने वाली गैस भी प्रदूषण का कारण बनती जा रही है। ऐसे में दुनिया के देशों को प्रदूषण का स्तर कम करने की ठोस कार्य योजना बनानी ही होगी। पानी की कमी के चलते इस तरह के पौधे लगाने होंगे जो कम पानी में भी पल-बढ़ सकें और प्रदूषण के स्तर को कम करने में सहायक हो सकें। उन्होंने कहा इसके लिए लोगों में समझ भी विकसित करनी होगी। वैज्ञानिकों को वैकल्पिक उपाय सुझाने होंगे। यह सब प्रयास समय रहते योजनाबद्ध तरीके से करने होंगे और आम आदमी का इसमें सहयोग विशेष तौर पर अभिलषित रहेगा, ताकि प्रदूषण के कारण होने वाली मौतों और पर्यावरण पर पड़ रहे दुष्प्रभाव को कम किया जा सके।
पौधे ज्यादा लगाये जाएं ताकि पर्यावरण ठीक रहे। उन्होंने कहा इस हेतु वन विभाग पूरी तरह जागरूक है और पूरे कंडी इलाका के जंगलों में खैर, शीशम, सागवान, बांस, बहेड़ा, नीम, आवंला, अर्जुन आदि के पेड़ लगाए जा रहे है क्योंकि वनों से ही पर्यावरण संरक्षण हो सकेगा।
उन्होंने कहा पेड़ों की अवैध कटाई को रोकने के भी पूरे प्रयास करने होंगे तभी पर्यावरण संरक्षण हो सकता है और प्रदूषण भी नियंत्रित किया जा सकता है। इस अवसर पर नीम आंवला तथा आम के चार पौधे रोपे गए। इस अवसर पर नेहा, सपना, नेहा, रीता, अनुराधा, शालू, पूजा सहित स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।