आस्था का केंद्र है रेलवे रोड पर प्राचीन शिव मंदिर
शहर में रेलवे रोड पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है।
जागरण टीम, होशियारपुर : शहर में रेलवे रोड पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। वैसे तो हर रोज सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर में नतमस्तक होते हैं लेकिन सावन माह में सुबह से शाम तक शिव भक्तों का तांता लगा रहता है। मंदिर में भगवान भोलेनाथ की पिडी के साथ दस फीट ऊंची महावीर की मूर्ति भी है जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र है। सुबह से शाम तक प्रतिदिन कीर्तन का दौर चल रहा है।
मंदिर का इतिहास
इलाका वासी वरिदर शर्मा ने बताया कि मंदिर लगभग 40 साल से भी अधिक पुराना है। पहले यहां पर पीपल का पेड़ था और लोग उसकी पूजा अर्चना करते थे। इसके बाद एक बुजुर्ग को स्वपन आया और उसने इसके बारे में बताया कि पीपल के पेड़ के साथ मूर्तियां हैं। उनके स्वपन के अनुसार तय जगह पर खुदाई की गई तो जमीन के नीचे से मूर्तियां निकली और उसके बाद यहां शिवलिग की स्थापना की गई। वैसे भी पीपल के पेड़ के नीचे शिवलिग की स्थापना का महात्म और भी बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि यह शायद अपने आप में एक ऐसा मंदिर है जहां भगवान भोलेनाथ की पिडी, उनके अंशावतार की यानी महावीर की मूर्ति व भक्त बाबा बालक नाथ की भी प्रतिमा स्थापित है। इलाके के लोगों की मंदिर के प्रति बहुत आस्था है। सावन में माहौल मेले जैसे है।
सच्चे मन से नतमस्तक होने पर मनोकामनाएं पूरी
वरिदर शर्मा ने बताया कि मंदिर के प्रति लोगों की श्रद्धा काफी अधिक है क्योंकि मंदिर में जो भी सच्चे मन से नतमस्तक होता है उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। पूरे इलाके के लोग यहां आकर पूजा अर्चना करते हैं और समय-समय पर भंडारा भी लगाया जाता है।