पिस्तौल साफ करते गोली एएसआइ के सीधे माथे में लगी, मौके पर मौत

होशियारपुर के चब्बेवाल थाना के मुंशी की गोली लगने से मौत हो गई उसकी पहचान एएसआइ राजविदर सिंह के रूप में हुई है। हादसा उस समय हुआ जब राजविदर घर में अपनी पिस्तौल साफ कर रहा था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 06:05 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:58 AM (IST)
पिस्तौल साफ करते गोली एएसआइ के सीधे माथे में लगी, मौके पर मौत
पिस्तौल साफ करते गोली एएसआइ के सीधे माथे में लगी, मौके पर मौत

जागरण संवाददाता, होशियारपुर : होशियारपुर के चब्बेवाल थाना के मुंशी की गोली लगने से मौत हो गई, उसकी पहचान एएसआइ राजवीर सिंह के रूप में हुई है। हादसा उस समय हुआ जब राजवीर घर में अपनी पिस्तौल साफ कर रहा था। इस दौरान अचानक पहले से ही लोड गोली चल गई जो उसके माथे में लगी। इस कारण उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। एएसआइ राजवीर (58) नयाडा थाना बुल्लोवाल का रहने वाला था। थाना बुल्लोवाल की पुलिस ने मृतक के छोटे भाई मनदीप सिंह के बयान पर 174 की कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालों को शव सौंप दिया है। राजवीर का एक बेटा व एक बेटी है। बेटी की शादी हो चुकी है जबकि बेटा जसकीरत प्राइवेट कंपनी में काम करता है।

मृतक का छोटा भाई मनदीप सिंह हादसे के समय घर के पास बने पशुओं के बाड़े में मौजूद था। उसने बताया कि सुबह राजवीर ड्यूटी से घर लौटा था। वह अकसर फ्रैश होने से पहले बाइक, कार या फिर पिस्तौल साफ करता था। यह उसकी रूटीन थी। रविवार सुबह को भी ड्यूटी से घर लौटकर कुछ देर आराम करने के बाद असलहा की सफाई कर रहा था। इस दौरान उसकी पत्नी और बेटा जसकीरत घर से बाहर सब्जी वाले से सब्जी खरीद रहे थे कि अचानक आवाज आई। जब परिवार वालों ने कमरे में जाकर देखा तो राजवीर खून से लथपथ पड़ा हुआ था। पहले तो वह यही समझे कि शायद राजवीर वैसे ही गिरा है और गिरने के कारण शरीर से खून निकल रहा है। उन्होंने उसे उठाने की कोशिश की, पर राजवीर कोई हरकत नहीं कर रहा था और पास में ही उसकी रिवाल्वर पड़ी हुई थी। इसके बाद घर में दहशत का माहौल पैदा हो गया। वह तुरंत उसे उठाकर अस्पताल लाए, वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

खुशदिल इंसान था राजवीर : एसएचओ चब्बेवाल

एसएचओ चब्बेवाल प्रदीप कुमार ने कहा कि मुंशी थाने की जान होता है। थाने की सारी व्यवस्था या कहें कि सारा प्रबंध मुंशी के हाथ में होता है। राजवीर खुशदिल इंसान था और हर समस्या का समाधान उसके पास था। खास तौर पर नाइट मुंशी काफी तुजुर्बेकार होना चाहिए ताकि रात में घटना हो या कार्रवाई करनी हो तो उसे सही ढंग से हैंडल कर सके। राजवीर इसमें माहिर था और उसकी कमी हमेशा खलेगी।

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