गाइडलाइंस का पालन कर पहले दिन स्कूलों में पहुंचे विद्यार्थी

कोरोना के संक्रमण पर काफी हद तक काबू में आने से आखिरकार पंजाब सरकार के आदेश पर सोमवार से सीनियर सेकेंडरी स्कूल शुरू हो गए और बच्चों की रौनक फिर देखने को मिली।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 05:34 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 06:15 AM (IST)
गाइडलाइंस का पालन कर पहले दिन स्कूलों में पहुंचे विद्यार्थी
गाइडलाइंस का पालन कर पहले दिन स्कूलों में पहुंचे विद्यार्थी

जागरण टीम, होशियारपुर : कोरोना के संक्रमण पर काफी हद तक काबू में आने से आखिरकार पंजाब सरकार के आदेश पर सोमवार से सीनियर सेकेंडरी स्कूल शुरू हो गए और बच्चों की रौनक फिर देखने को मिली। बच्चे भी लंबे अरसे के बाद काफी खुश दिखे। इस दौरान गाइडलाइंस का पूरा ध्यान रखा गया। स्कूल में एंट्री से पहले बकायदा बच्चों के हाथों को सैनिटाइज करवाया गया और हरेक बच्चे का टेंपरेचर चेक किया गया। विभिन्न सरकारी सीनियर सेकेंडरी व हाई स्कूलों के दौरे में सामने आया कि प्रबंधकों ने विद्यार्थियों की सुरक्षा को मुख्य रखते हुए सभी प्रबंध पूरे किए थे। स्कूल में आने वाले विद्यार्थियों की स्क्रीनिग की जा रही थी व हाथों को पूरी तरह से सैनिटाइज करवाया गया। कक्षाओं में भी फिजिकल डिस्टेंसिग का पूर्ण तौर से पालन किया जा रहा था। इस दौरान अध्यापकों ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए सरकार व सेहत विभाग की ओर से जो भी हिदायतें जारी की गई हैं, उसका ध्यान रखा जा रहा है। फिजिकल डिस्टेंसिग के जरिए बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया गया। इसके अलावा विद्यार्थियों व अभिभावकों को वैक्सीनेशन करवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। पीटीएम के कारण पहले दिन कम रही संख्या

पहले दिन स्कूलों में उपस्थिति 20 फीसद रही। इसका कारण अध्यापकों की अभिभावकों के साथ मीटिग होना रहा। इसमें गाइडलाइंस के बारे में जागरूक किया गया। मंगलवार से उपस्थिति बढ़ने की उम्मीद है। वहीं कुछ बच्चे तो मीटिग के दौरान ही अपने अभिभावकों के साथ क्लास लगाने के लिए आए थे। बच्चे बोले, स्कूल में फील कर रहे कूल-कूल 1. कक्षा 12वीं की छात्रा गीता ने कहा कि वह काफी उत्साहित है। घर में रहकर उस प्रकार की पढ़ाई नहीं हो पाती थी जिस प्रकार का ज्ञान उन्हें स्कूल में आकर हो जाता है। 2. 11वीं कक्षा की छात्रा संवेदना ने कहा कि पढ़ाई में आने वाली कोई भी दिक्कत का अध्यापकों के मार्गदर्शन में तुरंत समाधान हो जाता है। आनलाइन पढ़ाई में विषय को समझने में काफी परेशानी आती थी। 3. 12वीं कक्षा की छात्रा श्रुति ने कहा, स्कूल में आकर ऐसा लग रहा है कि जैसे वह अपने परिवार से सदियों के बाद मिली हो, आफलाइन शिक्षा के साथ पढ़ाई में ज्यादा एकाग्रता बन रहती है।

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