मरे हुए व्यक्तियों के नाम पर राशन अलाट करने वाले डिपो होल्डरों में हड़कंप
दैनिक जागरण की ओर से मरे हुए व्यक्तियों के नाम पर सरकारी राशन अलाट करने कामामला उठाने से डिपो होल्डरों में खलबली मच गई है। वह गुनाहों से बचने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। प्रशासनिक से लेकर राजनीतिक दरबार तक बचने के लिए जुगाड़ लगाए जा रहे हैं।
हजारी लाल, होशियारपुर
दैनिक जागरण की ओर से मरे हुए व्यक्तियों के नाम पर सरकारी राशन अलाट करने कामामला उठाने से डिपो होल्डरों में खलबली मच गई है। वह गुनाहों से बचने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। प्रशासनिक से लेकर राजनीतिक दरबार तक बचने के लिए जुगाड़ लगाए जा रहे हैं। वहीं इस मामले में कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने डीसी अपनीत रियात को जांच के आदेश दिए हैं। दूसरी तरफ, विरोधी दलों ने राशन घोटाला उजागर करने के लिए दैनिक जागरण का धन्यवाद करते हुए कहा कि 29 अप्रैल को डीसी अपनीत रियात और डीएफएससी रजनीश कौर से मुलाकात करके दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए कहेंगे क्योंकि मरे हुए व्यक्तियों के नाम पर राशन अलाट करके गटक जाना बहुत बड़ा अपराध है। लंबे समय से डिपो होल्डर राशन को डकार कर दुकानदारी चमका रहे हैं। यही नहीं, घोटाले में मोटा वेतन पाने वाले कुछ फूड एंड सप्लाई विभाग के अधिकारी भी शामिल हैं। दैनिक जागरण ने इस मामले को उठाकर कुछ परिवारों का भी हवाला दिया है, जिनके मरे हुए पारिवारिक सदस्यों के नाम पर राशन अलाट होता रहा है। अभी तो केवल गेहूं की बांट ही हो रही है लेकिन कुछ समय में दाले व काले चने बांटे जाते रहे हैं। इस बारे में पता चलते कुछ और भी परिवार सामने आने लगे हैं जो प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
राशन घोटाले की ज्यूडीशियल जांच हो: जिपा
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव व पार्षद ब्रह्मशंकर जिपा ने कहा कि मरे हुए व्यक्तियों के नाम पर राशन अलाट करवाना गंभीर अपराध है। इसकी ज्यूडीशियल जांच होनी चाहिए। घोटाले में शामिल हर व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई हो ताकि भविष्य में कोई ऐसा न कर सके। जिपा ने कहा कि 29 अप्रैल को कुछ पार्षदों के साथ डीसी अपनीत रियात और डीएफएससी रजनीश कौर से मिलेंगे। दूसरी तरफ, भाजपा के जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा व उप प्रधान सुरेश भाटिया बिट्टू ने भी राशन घोटाले की कड़ी निदा करते हुए प्रशासन से निष्पक्ष जांच करवाने की बात कही है।
धोखाधड़ी के तहत हो सकती है कार्रवाई: एडवोकेट जैरथ
शहर के नामी एडवोकेट नवीन जैरथ ने कहा कि मरे हुए व्यक्ति को जिदा दिखाकर राशन अलाट करवाना धोखाधड़ी है। धोखाधड़ी के साथ अन्य धाराएं भी जुड़ सकती हैं। दोष साबित होने पर सात साल तक सजा हो सकती है। ऐसे मसले बहुत गंभीर होते हैं।