सेंट मेरी स्कूल चलाएगा जागरूकता अभियान
कितनी शर्म और दुख की बात है कि रूढि़वादी सोच के प्रभाव में गर्भपात के मामले लगातार हो रहे हैं।
संवाद सहयोगी, दातारपुर : कितनी शर्म और दुख की बात है कि रूढि़वादी सोच के प्रभाव में गर्भ में पल रही मासूम कन्याओं की लड़के की चाह में जन्म से पहले ही हत्या कर दी जाती है। चाहे गांव हो या शहर हर ओर भ्रूण हत्या अपने पंख फैलाए हुए है। जिसके चलते आज भारत में लड़कियों की संख्या में काफी कमी आ गई है। सेंट मेरी स्कूल के एमडी महेश शर्मा ने विद्यालय में उक्त चर्चा करते हुए कहा कि देश के कई जिले ऐसे भी हैं, जहां कन्या भ्रूण हत्या की स्थिति खतरे के निशान को पार कर चुकी है। अगर 2011 की जनसंख्या के आंकड़ों पर गौर करें, तो देश के 100 जिलों में शून्य से छह वर्ष तक की लड़कियों की संख्या 1000 लड़कों के मुकाबले 918 है। उन्होंने रोष भरे लहजे में कहा पड़ोसी हिमाचल के जिला ऊना में प्रति हजार लड़कों के मुकाबले यह संख्या 875 है, जो कि एक सोच का विषय है। अगर इस घटते लिंग के अनुपात की स्थिति पर समय रहते काबू न पाया गया, तो आने वाले समय में एक गंभीर समस्या हमारे सामने खड़ी हो जाएगी। उन्होंने कहा सेंट मेरी स्कूल इस बारे जागरूकता अभियान चलाएगा ताकि लिग भेद समाप्त हो और समाज में संतुलन बना रहे। इस अवसर पर अमित शर्मा, बबिता व स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।