क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद जा का योगदान भुलाया नहीं जा सकता: संजीव अरोड़ा

भारत विकास परिषद की बैठक प्रधान रजिदर मोदगिल की अध्यक्षता में आयोजित हुई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 08:17 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 08:17 PM (IST)
क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद जा का योगदान भुलाया नहीं जा सकता: संजीव अरोड़ा
क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद जा का योगदान भुलाया नहीं जा सकता: संजीव अरोड़ा

जागरण टीम, होशियारपुर।

भारत विकास परिषद की बैठक प्रधान रजिदर मोदगिल की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस मौके पर देश की आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की 90वीं पुण्यातिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जिसमें प्रमुख समाज सेवी व प्रांतीय कनवीनर (आई डोनेशनल) संजीव अरोड़ा व निपुण शर्मा पंजाब प्रधान एनजीओ सेल भाजपा विशेष रूप में उपस्थित हुए। सभी सदस्यों द्वारा उनकी जीवनी संबंधी जानकारी देते हुए उन्हें पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके संजीव अरोड़ा ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश के अली राज्य जिले के भाबरा में हुआ था। 1920 में 14 वर्ष की आयु में चंद्रशेखर गांधी जी के असहयोग आंदोलन से जुड़े थे तथा उन्हें अंग्रेज हकूमत द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और जज के सामने पेश किया गया। जब जज ने उनका नाम पूछा तो उन्होंने कहा आजाद, पिता का नाम स्वतंत्रता बताया और पता जेल बताया। प्रधान रजिदर मोदगिल ने बताया कि चंद्र शेखर आजाद को जब अलथ्रेड पार्क में सुखदेव और अन्य मित्रों के साथ योजना बना रहे थे तो अचानक अंग्रेज पुलिस ने चारों तरफ से घेरकर उन पर हमला कर दिया। गोलियां खत्म होने पर पिस्तौल की आखिरी गोली खुद को मार ली और मात्र भूमि के लिए प्राणों की आहूति दे दी। इस मौके पर निपुण शर्मा व गौरव गर्ग ने चंद्र शेखर आजाद जी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए सभी के सामने अपने बहुमुल्य विचार रखे। इस अवसर पर संजीव अरोड़ा, प्रधान रजिदर मोदगिल, एचके नक्कड़ा,निपुण शर्मा, गौरव गर्ग, अमित नागपाल, विजय अरोड़ा, दीपक नरूला, विजय अरोड़ा, नवीन कुमार, दविदर अरोड़ा, दीपक मेंहदीरत्ता, रिक्की सेतिया तथा रविदर भाटिया आदि मौजूद थे।

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