छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट से डाक्टरों को नुकसान : तीक्ष्ण सूद

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा ने संयुक्त रूप से बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 06:34 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 05:12 AM (IST)
छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट से डाक्टरों को नुकसान : तीक्ष्ण सूद
छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट से डाक्टरों को नुकसान : तीक्ष्ण सूद

जागरण टीम, होशियारपुर : भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा ने संयुक्त रूप से बैठक की। इसमें जिला महामंत्री विनोद परमार, जिला उपाध्यक्ष सुरेश भाटिया, अश्विनी गैंद शामिल थे। तीक्ष्ण सूद ने कहा कि पंजाब सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने का जो ढोंग रचा है, वह कर्मचारियों के साथ धोखा है। भाजपा नेताओं ने कहा कि सरकार बनाने से पहले वादा किया गया था कि कांग्रेस की सरकार आते ही छठे पे कमीशन की रिपोर्ट को लागू किया जाएगा, लेकिन बिना किसी कारण यह मामला आज तक लटकता रहा व सरकारी कर्मचारी मुंह देखते रहे और चुनाव के निकट आने पर कर्मचारियों के तेवर देखते हुए छठे पे कमीशन को लागू करने की मंजूरी तो दे दी गई है, पर 13,800 करोड़ के बकाए कैसे मिलेंगे, इसका कोई आश्वासन न देकर उसे अगली सरकार पर छोड़ दिया गया। सिर्फ 2500 करोड़ इसी सरकार के कार्यकाल में देने की बात की गई है। कर्मचारी सरकार की इस धोखाधड़ी को समझते हैं व अब इस बहकावे में नहीं आएंगे। कोरोना काल में अपनी जान पर खेलकर लोगों की सांसें बचाने वाले डाक्टरों पर तो मानो छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट ने वज्रपात कर दिया है क्योंकि उनका नान प्रोफेशनल अलायंस भी 25 प्रतिशत से घटाकर 20 कर दिया गया है व उसे भी बेसिक पे से बाहर कर दिया गया है। इससे उनका वेतन पहले से काफी कम हो जाएगा। पंजाब सरकार की ओर से अलग तरीके से लागू की गई छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट को भाजपा रद करती है व मांग करती है कि सारे बकाए तुरंत अदा किए जाएं और डाक्टरों से किया जा रहा धक्का बंद किया जाए।

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