श्रीराम वनवास के थे पांच कारण : स्वामी महेश

सरोज बाला दातारपुर कंडी इलाका के दशहरा एवं रामलीला समारोहों में श्रीराम को वनवास की घटना का सजीव चित्रण किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 03:18 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 03:18 PM (IST)
श्रीराम वनवास के थे पांच कारण : स्वामी महेश
श्रीराम वनवास के थे पांच कारण : स्वामी महेश

सरोज बाला, दातारपुर

कंडी इलाका के दशहरा एवं रामलीला समारोहों में श्रीराम को वनवास की घटना का सजीव चित्रण किया गया। स्वामी महेश पुरी ने शिव मंदिर फतेहपुर में धर्म चर्चा में कहा रामायण की सबसे बड़ी घटना है, श्रीराम का देवी सीता और लक्ष्मण के साथ वनवास गमन।

रामायण की कथा के अनुसार कैकेयी की जिद्द की वजह से भगवान राम को वन जाना पड़ा था। श्रीराम के वन गमन के पीछे कई दूसरे कारण भी थे, जिन्हें वही व्यक्ति समझ सकता है जिन्होंने रामायण को पढ़ा और समझा हो। कैकेयी ने हमेशा राम को अपने पुत्र भरत के समान ही प्रेम किया। कभी भी कैकेयी ने राम के साथ कोई भेदभाव नहीं किया। यही वजह थी कि जब श्रीराम के वन जाने की वजह का पता भरत को चला तो, वह हैरान हुए थे कि माता कैकेयी ऐसा कैसे कर सकती है। सच भी यही था कि कैकेयी ने यह जान बुझकर नहीं किया था। इनसे यह काम देवताओं ने करवाया था। यह बात रामचरितमानस के इस दोहे से स्पष्ट होता है।

स्वामी ने कहा कि भगवान राम का जन्म रावण वध करने के उद्देश्य से हुआ था। अगर राम राजा बन जाते तो देवी सीता का हरण और इसके बाद रावण वध का उद्देश्य अधूरा रह जाता। इसलिए देवताओं के अनुरोध पर देवी सरस्वती कैकेयी की दासी मंथरा की मति फेर देती हैं। मंथरा आकर कैकेयी का कान भरना शुरू कर देती है कि राम अगर राजा बन गए, तो कौशल्या का प्रभाव बढ़ जाएगा इसलिए भरत को राजा बनवाने के लएि तुम्हें हठ करना चाहिए। मंथरा की जुबान से देवी सरस्वती बोल रही थी।

राजा दशरथ जब कैकेयी को मनाने पहुंचे तो कैकेयी ने भरत को राजा और राम को चौदह वर्ष का वनवास का वचन मांग लिया। इस तरह भगवान राम को वनवास जाना पड़ा।

इसके अलावा जो अन्य कारण हैं उसका संबंध एक शाप से है। नारद मुनि के मन में एक सुंदर कन्या को देखकर विवाह की इच्छा जागी। नारद मुनि नारायण के पास पहुंचे और हरि जैसी छवि मांगी। हरि का मतलब विष्णु भी होता है वानर भी। भगवान ने नारद को वानर मुख दे दिया इस कारण से नारद मुनि का विवाह नहीं हो पाया। क्रोधित होकर नारद मुनि ने भगवान विष्णु को शाप दे दिया कि आपको देवी लक्ष्मी का वियोग सहना पड़ेगा और वानर की सहायता से ही आपका पुन: मलिन होगा। इस शाप के कारण राम सीता का वियोग होना था इसलिए भी राम को वनवास जाना पड़ा। पांचवां और सबसे बड़ा कारण स्वयं भगवान श्रीराम हैं। भगवान राम स्वयं ही अपनी लीला को पूरा करने के लिए वन जाना चाहते थे, क्योंकि वन में उन्हें हनुमान से मिलना था। सबरी का उद्धार करना था। धरती पर धर्म और मर्यादा की सीख देनी थी। इस अवसर पर रविद्र मुन्ना, अशोक ठाकुर, सुरिदर शर्मा, सचिन, करतार चंद मौजूद रहे।

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