बस स्टैंड के बाहर अतिक्रमण कर लगे पक्के खोखे, निगम नहीं कर रहा कार्रंवाई

गर निगम चाहे अतिक्रमण को हटाने के लाख दावे करे पर जमीनी हकीकत किसी से छुपी नहीं है। जिसकी ताजा मिसाल बस स्टैंड के बाहर अतिक्रमण कर रेहड़ियों के बनाए गए पक्के खोखों को देखकर मिलती है। जो शहर के बस स्टैंड व उसके आस पास के इलाके के लिए परेशानी का कारण बन चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 10:33 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 10:33 PM (IST)
बस स्टैंड के बाहर अतिक्रमण कर लगे पक्के खोखे, निगम नहीं कर रहा कार्रंवाई
बस स्टैंड के बाहर अतिक्रमण कर लगे पक्के खोखे, निगम नहीं कर रहा कार्रंवाई

जागरण संवाददाता, होशियारपुर : नगर निगम चाहे अतिक्रमण को हटाने के लाख दावे करे पर जमीनी हकीकत किसी से छुपी नहीं है। जिसकी ताजा मिसाल बस स्टैंड के बाहर अतिक्रमण कर रेहड़ियों के बनाए गए पक्के खोखों को देखकर मिलती है। जो शहर के बस स्टैंड व उसके आस पास के इलाके के लिए परेशानी का कारण बन चुके हैं। यह अतिक्रमण केवल खोखों तक ही सीमित नहीं है। खोखों के आगे दुकानदारी चमकाने के लिए रेहड़ियां भी लगाई गई हैं। जो ट्रैफिक व्यवस्था को तार-तार कर रहा है।

हर बार अपनी कमी छुपाने के लिए निगम के दावे करता है कि इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, परंतु यह दावे आज तक जमीन पर खरे नहीं उतर पाए हैं। हालात यह हैं कि सुबह से लेकर शाम तक इस इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई रहती है और लोग परेशान होते हैं। रेहड़ियां हो गई खोखों में तबदील

बता दें कि बस स्टैंड के बाहर सड़क पर कुछ साल पहले रेहड़ियां लगती थी। रेहड़ियां लगाने की एवज में उस समय नगर परिषद तहबाजारी की पर्ची काटने लगी। धीरे-धीरे यहां सड़क किनारे खोखे रखने शुरू हो दिए, लेकिन अधिकारी सख्त होने के बजाय अपना स्वार्थ पूरा करते रहे। मिलीभगत से स्वर्ण थियेटर की तरफ खोखों की भरमार होती गई और सिर्फ खानापूर्ति के लिए पर्ची काटी जाती रही। जबकि तहबाजारी की पर्ची महज एक या दो फुट के लिए काटी जाती है। इसके बाद बस स्टैंड के सामने भी एक-एक करके खोखे लगते गए। अब आलम यह है कि करीब तीन दर्जन खोखे छोटी-छोटी दुकानों के रूप में स्थायी बन गए हैं। नगर निगम को इनसे कोई आमदनी नहीं हो रही, बस तहबाजारी के नाम पर सरकार की आंखों में धूल झोंकी जा रही है। कुछ दुकानों से थोड़ा-बहुत किराया लिया जा रहा है। तहबाजारी के नाम पर बस स्टैंड के बाहर कब्जा जमाए बैठे दुकानदारों के लिए यह चांदी कूटने की तरह है। दुकानदार अड्डे के सामने रेहड़ियां लगाने के लिए प्रतिदिन के हिसाब से मोटी रकम वसूल करते हैं। जगह सरकारी है, लेकिन प्राइवेट दुकानदारी मुफ्त में चमक रही है। जल्द होगी कार्रवाई : सुपरिटेंडेंट

इस संबंध में नगर निगम के तहबाजारी विभाग के सुपरिटेंडेंट स्वामी सिंह के साथ बात की, तो उन्होंने कहा कि जल्द ही अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अवैध तौर पर किए गए कब्जे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।

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