पोर्टल में खामी से वैकसीनेशन का काम तो पड़ गया धीमा, पर टीका लगवाने वाले कर रहे हैं राहत महसूस

कोरोना महामारी ने जब दस्तक दी थी तो डाक्टर व सेहत कर्मी जान की परवाह किए बिना फ्रंटलाइन पर डटे रहे। इसे हराने के लिए वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था लेकिन शनिवार को कुछ टेक्नीकल खामियों के कारण जिले में वैक्सीनेशन का काफी काम ठप होकर रह गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 07:44 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 06:58 AM (IST)
पोर्टल में खामी से वैकसीनेशन का काम तो पड़ गया धीमा, पर टीका लगवाने वाले कर रहे हैं राहत महसूस
पोर्टल में खामी से वैकसीनेशन का काम तो पड़ गया धीमा, पर टीका लगवाने वाले कर रहे हैं राहत महसूस

संवाद सहयोगी, होशियारपुर : कोरोना महामारी ने जब दस्तक दी थी तो डाक्टर व सेहत कर्मी जान की परवाह किए बिना फ्रंटलाइन पर डटे रहे। इसे हराने के लिए वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था, लेकिन शनिवार को कुछ टेक्नीकल खामियों के कारण जिले में वैक्सीनेशन का काफी काम ठप होकर रह गया। हालांकि जिन्हें वैक्सीन लगाई गई वह अब अच्छा महसूस कर रहे हैं। इनमें से एक हैं डाक्टर जसवंत सिंह। वह सिविल अस्पताल गढ़शंकर में कोरोना योद्धाओं की भूमिका में सबसे अहम भी हैं। टीका लगने के 24 घंटे बाद उन्होंने बताया कि वह सामान्य महसूस कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस वैक्सीन का इंजेक्शन लगाने से बिल्कुल न घबराएं, क्योंकि यह बहुत ही सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर अफवाहों से दूर रहें। उनका कहना है कि सरकार ने हेल्थ वर्करों को प्राथमिकता दी है। ऐसे में सभी कर्मी वैक्सीन लगवाएं। इससे न वो खुद सुरक्षित होंगे, बल्कि दूसरे को भी संक्रमण से बचाएंगे। इसलिए, खुद आगे आकर इंजेक्शन लगवा दूसरों को प्रेरित करें ताकि आमजन में किसी प्रकार का भय पैदा न हो सके। डा. जसवंत ने कहा कि वैक्सीन का लगभग नौ माह तक इंतजार किया, अब जब ये आ गई तो काफी योद्धा घबराने लग हैं, लेकिन उन्होंने सबसे पहले टीका लगवाकर लोगों की शंकाओं को दूर किया। उन्होंने बताया कि टीका लगने के बाद पूरा समय परिवार के साथ बिताया। इस दौरान सेहत संबंधी कोई भी परेशानी नहीं आई। उन्होंने बताया कि परिवार भी खुश है, उनके इस फैसले का सदस्यों ने पूरा साथ दिया। उन्होंने सभी डाक्टरों से अपील की कि लोगों को इंजेक्शन के प्रति जागरूक करने के लिए खुद टीका लगवाने को प्राथमिकता दें।

उच्चाधिकारियों को समस्या से करवा चुके अवगत : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डा. रणजीत घोतड़ा ने बताया कि जिले में पहले दिन शनिवार को दसूहा, मुकेरियां व गढ़ंशकर सेंटरों के लिए 276 रजिस्ट्रेशन की गई थी। लेकिन, कोविड संबंधी आनलाइन पोर्टल में तकनीकी खामी आने से यह देरी से खुल रहा था। इसका प्रभाव वैक्सीन के काम पर काफी पड़ा। इस वजह से रजिस्ट्रेशन के हिसाब से वैक्सीन नहीं दी जा सकी। उम्मीद भी थी कि काम पूरा कर लिया जाएगा परंतु देर शाम जब पोर्टल बंद हुआ तब केवल 64 लोगों को ही वैक्सीन दी जा सकी। इस समस्या से उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया है। अब सोमवार से फिर काम पूरे जोर शोर से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला में नौ हजार के करीब स्वास्थ्य कर्मियों को पहले चरण में वैक्सीन दी जाएगी। यह डोज सीरम इंस्टीट्यूट आफ पुणे की तरफ से भेजी गई है।

कोविड पोर्टल देरी से खुला इसलिए हुआ काम प्रभावित

सिविल सर्जन रणजीत सिंह घोतड़ा ने बताया कि कोविड वैक्सीन को लेकर जो पोर्टल बनाया था वह देरी से खुला। इसके कारण वैक्सीन कम कर्मियों को दी जा सकी। क्योंकि, जो भी वैक्सीन देनी थी उसे आनलाइन रजिस्टर करना था। पोर्टल ही शनिवार दोपहर 12 बजे खुला। इसके कारण टारगेट अचीव नहीं कर पाएं। अब टेक्निकल कमी को दूर किया जा रहा है। वीरवार देर शाम पहुंची कोरोना वैक्सीन की 9570 डोजों को शुक्रवार को अलग अलग सेंटरों में सप्लाई कर दी गई थी ताकि शनिवार को वैक्सीन देने का काम शुरू किया जा सके। सेंटर में अब 900 के करीब डोज बाकी है।

एक व्यक्ति को दो बार दी जाती है वैक्सीन

टीकाकरण अधिकारी डा. सीमा गर्ग ने बताया कि इस डोज का पूरा कोर्स दो बार का है यानी जैसे जिसको कल डोज दी जाएगी उसे 28 दिन के बाद उसी मात्र में फिर डोज दी जाएगी। इसके बाद कोरोना की वैक्सीन का कोर्स पूरा होगा। एक शीशी में से दस लोगों को वैक्सीन दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि जिले में हरेक फील्ड को मिलाकर लगभग 7800 के करीब स्वास्थ्य कर्मी हैं जिन्हें यह डोज दी जाएगी।

20 सेंटरों में 32 टीमों का हो चुका गठन

सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह घोतड़ा ने बताया कि जिला में कुल 20 सेंटर हैं जहां पर यह टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए 32 टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह राहत की बात है कि कोरोना की रोकथाम के लिए वैक्सीन की सप्लाई शुरू हो गई है, लेकिन फिर भी सावधानी बहुत जरूरी है। क्योंकि कोरोना से बचाव केवल सावधानी से ही हो सकता है। इसलिए सभी गाइडलाइन का पालन करें। मास्क जरूर पहनें। इन सेंटरों में इतनी हुई थी सप्लाई :-

सेंटर के नाम - सप्लाई की गई वैक्सीन

-भूंगा 60

-हरियाना 640

-बुड्डाबढ 1060

-मुकेरियां 240

-माहिलपुर 590

-गढ़शंकर 130

-बीनेवाल 370

-हारटा बडला 1100

-टांडा 640

-शाम चौरासी 630

-हाजीपुर 990

-दसूहा 290

-मंड भंडेर 730

-होशियारपुर अर्बन 1200

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