चोरी का आरोप लगाकर पंचायत में किया बेइज्जत, आहत हुए दो भाइयों ने निगला जहर, एक की मौत
चोरी के आरोप से आहत दो भाइयों ने जहर निगल कर आत्महत्या करने की कोशिश की। एक भाई को तो बचा लिया गया लेकिन दूसरे की मौत हो गई। मामला होशियारपुर के नजदीकी गांव नारी का है।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : चोरी के आरोप से आहत दो भाइयों ने जहर निगल कर आत्महत्या करने की कोशिश की। एक भाई को तो बचा लिया गया, लेकिन दूसरे की मौत हो गई। मामला होशियारपुर के नजदीकी गांव नारी का है। चितपूर्णी रोड पर पड़ते गांव में एक घर में चोरी हो गई थी। मालिक ने इसका आरोप दो सगे भाइयों पर लगा दिया था। इसके चलते पंचायत हुई। इसमें दोनों भाइयों को इतना जलील किया गया कि वह वहां से नजरें छिपाकर निकल गए और जहर निगल लिया। जब इसका पता चला तो दोनों को सिविल अस्पताल लाया जहां एक की हालत में सुधार होने लगा। वहीं दूसरे की गंभीर हालत देखते हुए उसे पीजीआई रेफर कर दिया, लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। मृतक की पहचान जसविदर सिंह (28) पुत्र केवल कृष्ण जबकि दूसरा भाई जसवीर सिंह है। पुलिस ने जसवीर सिंह के बयान पर चोरी का आरोप लगाने वाले प्रदीप कुमार के खिलाफ आत्महत्या को मजबूर करने पर मामला दर्ज किया है। पुलिस की पड़ताल में दोनों थे बेकसूर
जांच अधिकारी एएसआइ दलजीत सिंह ने बताया कि प्रदीप कुमार पुत्र देवराज वासी गांव नारी के घर में 10 जनवरी को उस समय चोरी हो गई थी जब वह अपनी माता को इलाज के लिए जालंधर लेकर गया था। प्रदीप कुमार जब घर पहुंचा तो सारा सामान इधर-उधर बिखरा देख उसका माथा ठनका। अलमारी से एक लाख रुपये की नकदी और सोने के गहने गायब थे। पास ही के कमरे में उसकी पत्नी बच्चों से साथ आराम कर रही थी, लेकिन उसे चोरी के बारे कुछ नहीं पता था। प्रदीप ने गांव के ही दो सगे भाइयों जसविदर सिंह और जसवीर सिंह के खिलाफ चोरी की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस की तरफ से दोनों भाइयों को हिरासत में लेकर पड़ताल करने के बाद बेकसूर मानते हुए छोड़ दिया था। इतना जलील किया कि सहन न करे पाए दोनों भाई
पुलिस हिरासत से रिहा होने के बाद जसविदर सिंह और जसवीर सिंह गांव पहुंचे, तो पंचायत को प्रदीप ने शिकायत कर दी कि चोरी इन दोनों ने ही की है। इस पर पंचायत ने दोनों को फिर से रविवार दोपहर को बुला लिया। जब पंचायत की तरफ से चोरी का आरोप लगाया तो परेशानी के चलते दोनों भाइयों ने वहां से भाग कर कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया। गांव के नंबरदार नंदी और अन्य सदस्यों की तरफ से दोनों भाइयों को तुरंत इलाज के लिए सरकारी अस्पताल लाया गया जहां पर डाक्टरों ने पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया तो रास्ते में ही जसविदर सिंह की मौत हो गई। मजदूरी करता था मृतक
जसवीर सिंह ने बताया कि भाई जसविदर सिंह कार चालक का काम करता था और यहां मजदूरी भी कर लेता था। मृतक की पत्नी घरेलू है और उसका दो वर्ष का बेटा है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद वारिसों को सौंप दिया है।