किसानों के हकों के लिए दिन-रात करेंगे जंग : सुखबीर

जागरण संवाददाता होशियारपुर मुझे 25 साल शिअद (ब) के साथ जुड़े हुए हो गए लेकिन आज तक बड़े बादल साहिब ने मेरी पीठ नहीं थपथपाई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 06:46 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 05:12 AM (IST)
किसानों के हकों के लिए दिन-रात करेंगे जंग : सुखबीर
किसानों के हकों के लिए दिन-रात करेंगे जंग : सुखबीर

जागरण संवाददाता, होशियारपुर

शिअद (ब) ही एक ऐसी पार्टी है जो किसानों की है। किसानों के हकों के लिए दिन-रात जंग जारी रहेगी। यह कहना है शिअद (ब) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल का। वह रविवार को शिअद (ब) व भाजपा गठबंधन टूटने के बाद होशियारपुर के पुरहीरां में गुरुद्वारा श्री जाहरा जहूर साहिब में करवाए गए पार्टी के एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य मेहमान पहुंचे थे।

पार्टी वर्करों को लामबंद करते हुए उन्हें पार्टी के उसूलों पर मर मिटने के लिए तैयार रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह पार्टी हमारे पूर्वजों की देन है और हमें मिलकर इसे संभाला है।

हलका गढ़शंकर के पूर्व विधायक सुरिदंर सिंह बुल्लेवाल राठां, हलका शाम चौरासी की पूर्व विधायक बीबी महिदर कौर जोश, हलका चब्बेवाल के पूर्व विधायक सोहन सिंह ठंडल, जतिदर सिंह लाली बाजवा, सर्वजोत सिंह साबी, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर प्रेम सिंह, जपिदर सिंह, रविदर ठंडल सहित भारी संख्या में शिअद के वर्कर मौजूद थे।

---------------- कृषि बिलों के विरोध में तीनों तख्तों से मार्च 1 अक्टूबर को सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि शिअद (ब) के कुछ उसूल हैं और उनसे समझौता नहीं किया जा सकता। कृषि बिलों के विरोध में तीनों तख्तों से 1 अक्टूबर को मार्च निकाला जाएगा, जो आनंदपुर साहिब, तलवंडी साबो व अमृतसर से चंडीगढ़ तक जाएगा।

------------- ढींडसा तो भाजपा से मिलने का मौका तलाश रहे अकाली-भाजपा गठबंधन टूटने के बाद ढींडसा की टिप्पणी कि यदि भाजपा बिल वापस लेती है तो वह उनके साथ जा सकते हैं तो सुखबीर बादल ने चुसकी लेते हुए कहा कि ढींडसा ग्रुप तो पहले ही भाजपा से मिलने के मौके की तलाश कर रहे हैं।

-------------- कांग्रेस व आप एक ही थाली के चट्टे बट्ठे

आप व कांग्रेस के बारे में बोलते हुए सुखवीर बादल ने कहा कि आप व कांग्रेस एक ही थाली के चट्ठे बट्ठे हैं। दोनों ही कहते कुछ और हैं और करते कुछ और। उन्होंने कैप्टन के चुनाव मैनिफैस्टो के बारे में बताते हुए कहाकि कैप्टन की कांग्रेस सरकार तो खुद किसान विरोधी है।

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