पनबस पीआरटीसी ठेका वर्करों का हड़ताल दूसरे दिन भी जारी
यूनियन की मांग है कि बसों की संख्या बढ़ाकर दस हजार की जाए। साथ ही कच्चे मुलाजिमों को पक्का करन की मांग आदि रखी गई है। उन्होंने कहा कि 27 डीपो के प्रधान सचिव ने मांगों को लेकर संपूर्ण हड़ताल का फैसला लिया है।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : पंजाब रोडवेज पनबस, पीआरटीसी ठेका वर्कर यूनियन की तरफ से पंजाब सरकार के खिलाफ शुरु किए गए अनिश्चितकालीन हड़ताल का बुधवार को दूसरे दिन में प्रवेश हो गया। इस अवसर पर बुधवार को बस स्टैंड होशियारपुर के बाहर लगे धरने को संबोधित करते हुए प्रधान रमिदर सिंह के साथ महा सचिव बलजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, हरकेश विक्की, जगतार सिंह ने कहा कि पिछले लंबे समय से ट्रांसपोर्ट विभाग के कच्चे मुलाजिमों को पक्का नहीं किया जा रहा। पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने पक्का करने का भरोसा दिया, फिर नए ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा अमरिदर सिंह वड़िंग ने भरोसा दिया, फिर मुख्यमंत्री पंजाब चरणजीत सिंह चन्नी ने भरोसा दिया कि 20 दिन में मुलाजिमों को पक्का किया जाएगा। ट्रांसपोर्ट मंत्री पंजाब के साथ बैठक में मंत्री ने पनबस और पीआरटीसी के मुलाजिमों को पक्का करने के लिए फिर भरोसा दिया कि आने वाली पहली कैबिनेट बैठक में ट्रांसपोर्ट विभाग के कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने का ़फैसला लिया जाएगा। मगर एक दिसंबर की कैबिनेट बैठक में कोई हल नहीं निकाला गया। यूनियन की मांग है कि बसों की संख्या बढ़ाकर दस हजार की जाए। साथ ही कच्चे मुलाजिमों को पक्का करन की मांग आदि रखी गई है। उन्होंने कहा कि 27 डीपो के प्रधान सचिव ने मांगों को लेकर संपूर्ण हड़ताल का फैसला लिया है। पंजाब रोडवेज की कुल 2407 बची बसों में से 399 बस ही रह गई हैं। उन्होंने कहा कि वह आम जनता, विद्यार्थी यूनियनों, किसान यूनियनों, मजदूर यूनियनों, ट्रेड यूनियनों और लोगों को साथ लेकर संघर्ष करेंगे। कुलवंत सिंह ने कहा कि सात दिसंबर को अनिश्चितकालीन हड़ताल सहित आठ दिसंबर को मुख्यमंत्री की कोठी का घेराव किया जाएगा। सात दिसंबर से अनिश्चितकालीन समय के लिए हड़ताल करके ट्रांसपोर्ट मंत्री पंजाब और मुख्यमंत्री पंजाब के हलके में रोष धरना, झंडा मार्च आदि किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी। इस अवसर पर जोध सिंह, जलोर सिंह, सतनाम सिंह, जगतार सिंह, कुलवंत सिंह उपस्थित थे।