शिक्षा से जुड़ी समस्याओं को करेंगे हल: प्रिसिपल देशराज
शिक्षा ने हर युग में समाज व राष्ट्र को दिशा देने में सहायता की है। वर्तमान समय में शिक्षा व्यवस्था व अध्यापक के पढ़ाने में जो बदलाव आ रहे हैं वह निश्चिय ही समय की मांग है।
संवाद सहयोगी, तलवाड़ा : शिक्षा ने हर युग में समाज व राष्ट्र को दिशा देने में सहायता की है। वर्तमान समय में शिक्षा व्यवस्था व अध्यापक के पढ़ाने में जो बदलाव आ रहे हैं वह निश्चिय ही समय की मांग है। उक्त विचार शुक्रवार को एसडी सर्वहितकारी विद्या मंदिर में विद्यार्थियों की शिक्षा से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित समीक्षा बैठक में प्रिसिपल देशराज शर्मा ने व्यक्त किए। इसमें 19 सीनियर अध्यापकों ने भाग लिया व वर्तमान परिस्थितियों से विद्यार्थी व अभिभावकों को कैसे उभारा जा सकता है पर गहन चर्चा की। शर्मा ने कहा कि कार्य प्रति निष्ठा, अपग्रेड व अपडेट रखना, समर्पण भाव, व्यवहार कुशलता, स्नेह भाव, आत्मविश्वास, श्रद्धाभाव, समाज हित में सोचना, आत्म-निरीक्षण, व्यक्तिगत जीवन, समय का नियोजन एक कुशल अध्यापक की पहचान है। बैठक में तीन वर्षीय कार्य योजना तैयार की गई जिसमें 21वीं शताब्दी की स्किल में निपुणता, नई शिक्षा नीति के विषयों को लागू करना, कोरोना महामारी से बचाव के लिए अभिभावकों को जागरूक करना व टीकाकरण के लिए प्रेरित करना, शिक्षा में और अधिक गुणवत्ता लाने के लिए प्रशिक्षण व संसाधनों को स्थापित करना आदि पर गहन चर्चा हुई। शिक्षा नीति में वर्णित वाल वाटिका पूर्व प्राथमिक शिक्षा की पूर्ण तैयारी शिशु वाटिका में कर ली गई है जिसमें तीन से आठ वर्ष के बच्चों के लिए सात प्रयोगशालाएं व 250 गतिविधियां तैयार की गई हैं। समीक्षा बैठक में सीनियर अध्यापकों में अंजू शर्मा, आशा ठाकुर, जनेश बाला, कुलदीप सिंह, श्वेता शर्मा, शशिकला, कंचन बाला, ममता शर्मा, धर्मभूषण, रूचि शर्मा व सुरजीत सिंह शामिल रहे।