आढ़ती अपहरण कांड की फाइनल कुंडली तैयार कर रही पुलिस
सोमवार तड़के सब्जी मंडी में आढ़ती राजन गुप्ता के अपहरण कांड में जिला पुलिस अब फाइनल कुंडली तैयार कर रही है। जल्द ही वह शातिर चेहरे बेनकाब होंगे जिनका इस अपहरण कांड में हाथ रहा है।
हजारी लाल, नीरज शर्मा, होशियारपुर: सोमवार तड़के सब्जी मंडी में आढ़ती राजन गुप्ता के अपहरण कांड में जिला पुलिस अब फाइनल कुंडली तैयार कर रही है। जल्द ही वह शातिर चेहरे बेनकाब होंगे, जिनका इस अपहरण कांड में हाथ रहा है। मालूम पड़ा है कि अपहरण की साजिश रचवाने का मास्टर माइंड राजपुर भाइयां का है। उसने ही विदेश में बैठे शख्स को फोन करके रुपए के लालच में अपहरण की साजिश रची थी। हालांकि अभी पुलिस अधिकारिक तौर पर मुंह तो नहीं खोल रही हैं, लेकिन सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने मास्टर माइंड पर भी हाथ डाल दिया है और अपहरण कांड की एक-एक सीन को तोते की तरह बक दिया है। यूं कहें कि जिस फिल्मी अंदाज में अपहरण की कहानी रची गई। अपहरण को अंजाम दिया गया। उसी अंदाज में पुलिस ने अपहरण का फिल्मी सीन की तरह अंत करके अपहरणर्कताओं के मंसूबे पर पानी फेर दिया है। पुलिस की सतर्कता से आरोपितों को रुपए तो मिले नहीं, लेकिन अब जेल की हवा जरुर खाने को मिलेगी।
बता दें कि सोमवार तड़के माउंट एवेन्यू में रहने वाले युवा आढ़ती राजन गुप्ता का अपहरण कर लिया गया था। उसे छोड़ने के बदले में दो करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। इसके बाद पुलिस में हरकत आई थी और महज 18 घंटे में जग्गू भगवानपुरिया गैंग के एक सदस्य वरिदर पाल सिंह उर्फ विक्की निवासी अमृतसर को गिरफ्तार करके अपहृत राजन गुप्ता को अमृतसर के खिलचियां से बरामद कर लिया था।
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ऐसे अपहर्ताओं से तक पहुंची पुलिस टीम
दरअसल, अपहरण करने के बाद बार-बार विदेश के नंबर से फिरौती मांगी जा रही थी। पुलिस ने विदेश से आने वाले नंबर पर ही अपना पूरा फोकस रखा। क्योंकि उसे पता था कि यहीं से अपहरण कांड का राज खुलेगा। पुलिस की तकनीक काम आई। अंतत: उसने पता लगा ही लिया कि विदेश में बैठा शख्स गांव तग्गड़ कलां का रहने वाला है। इसके बाद पुलिस हरकत में आई। सूत्रों के मुताबिक पुलिस टीम ने सीधे विदेश में उसी शख्स को फोन किया और कहा कि उसे सब कुछ पता चल गया। पुलिस ने सीधी अंगुली घी न निकलने पर अंगुली टेढ़ी करने का इशारा किया। पुलिस के मंसूबे को भांप कर विदेश में बैठे शख्स ने अपहरणकर्ताओं से संपर्क करके राजन गुप्ता को छोड़ने के लिए दबाव बनाया। इसके बाद पुलिस को सफलता मिली।
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मंडी में दुकान खरीदने की टक्कर में तैयार हुआ प्लान
मालूम पड़ा है कि राजपुर भाइयां का शख्स सब्जी मंडी में कोई दुकान खरीदना चाहता था। उसी दुकान को राजन भी खरीदने का इच्छुक है। राजन ज्यादा पैसे भर रहा है। दुकान का सौदा करीबन एक करोड़ का है। यहीं से उस शख्स को आभास हुआ कि राजन के पास रुपए पड़े हैं। फिर क्या था, उसने मलेशिया में बैठे अपने दोस्त सतविदर पाल सिंह तग्गड़ को फोन किया। उस दोस्त ने जग्गू भगवानपुरिया गैंग से संपर्क साधा और अपहरण कांड को अंजाम दिया। गैंगस्टर विक्की की गिरफ्तारी हो चुकी है। विदेश में बैठे साजिशकर्ताओं को भी नामजद किया गया है। मास्टरमाइंड पर भी पुलिस का शिकंजा है। अन्य जानकारियां भी हासिल की जा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि एसएसपी अमनीत कौंडल की देखरेख में पुलिस टीम ने महज 18 घंटे में अपहरण से पर्दा उठा दिया। निश्चित तौर पर पुलिस का यह कार्य काबिल-ए-तारीफ है। मंगलवार को प्रेस कांफ्रेस करके पुलिस ने मामले की जानकारी दी थी। साथ ही, कहा था कि मास्टरमाइंड की अभी तलाश है। उन्होंने कहा कि हरेक आरोपित गिरफ्तार होंगे।