एटीएम बूथ से पैसे निकलवाने गए युवक की नशे से मौत, 20 दिन के बाद केस हुआ दर्ज

नशे की ओवरडोज से 25 मई को प्रदीप कुमार वासी खानपुरी गेट थाना सिटी की मौत हो गई थी। पुलिस ने मंगलवार को करीब 20 दिन के बाद पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 05:57 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 06:58 AM (IST)
एटीएम बूथ से पैसे निकलवाने गए युवक की नशे से मौत, 20 दिन के बाद केस हुआ दर्ज
एटीएम बूथ से पैसे निकलवाने गए युवक की नशे से मौत, 20 दिन के बाद केस हुआ दर्ज

संवाद सहयोगी, होशियारपुर : नशे से 25 मई को प्रदीप कुमार वासी खानपुरी गेट थाना सिटी की मौत हो गई थी। पुलिस ने मंगलवार को करीब 20 दिन के बाद पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मृतक प्रदीप कुमार के भाई सतीश कुमार के बयान पर रमन कुमार उर्फ रामा, गोमसी आदिया, कर्ण आदिया, दीपा, साहिल आदिया वासी मोहल्ला पिपलां को नामजद किया गया। पता चला है कि पांचों आरोपितों के तार नशा तस्करी से जुड़े हुए हैं। सभी फरार हैं और पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस को दिए बयान में प्रदीप के भाई सतीश कुमार ने बताया, प्रदीप घर से यह कहकर निकला था कि वह एटीएम मशीन से पैसे निकलवाने के लिए जा रहा है और जब शाम को वापस नहीं लौटा तो उसे ढूंढने की कोशिश की, पर कुछ पता नहीं चला। इस दौरान चाचा अशोक कुमार को जानकारी मिली कि प्रदीप कुमार रामे के घर में बेहोश पड़ा हुआ है। इसके बाद वह तुरंत पहुंचे और प्रदीप को बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया जहां जांच के बाद डाक्टरों ने मृतक घोषित कर दिया। चिकित्सकों ने बताया कि मौत कुछ घंटे पहले ही हो चुकी है।

भाई ने रमन के साथ किया था नशा

सतीश कुमार ने बताया कि रामा व उसके साथी इलाके में नशा तस्करी करते हैं। उन्होंने ही प्रदीप को नशे की दलदल में फंसा दिया। पहले प्रदीप नशा नहीं करता था, लेकिन जब से वह रामा के संपर्क में आया तब से नशा करने लगा। गत दिवस भी रमन उर्फ रामा उसे घर ले गया था जहां पर रमन व प्रदीप ने एक साथ नशा किया था। इस दौरान रमन ने प्रदीप को ओवरडोज दे दी जिस कारण उसकी मौत हो गई। दोनों ने नशा गोमसी व कर्म आदिया से खरीदा था।

बेहोश होने के बाद भी नहीं दी जानकारी

सतीश कुमार ने आरोप लगाया कि जब प्रदीप बेहोश हो गया तो रमन ने कोई सूचना नहीं दी और उसे घर के आंगन में ही मरने के लिए छोड़ दिया। परिवार का आरोप है कि पांचों आरोपितों ने मिलकर प्रदीप को गलत नशा दिया है जिस कारण उसकी मौत हो गई। पहले तो रमन ने उन्हें बताया ही नहीं कि प्रदीप बेहोश हो गया है वह इधर उधर घूमते रहे। समय रहते यदि उसे अस्पताल पहुंचाते तो शायद प्रदीप बच सकता था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा मामला साफ: जांच अधिकारी

मामले की जांच कर रहे एसआइ जगजीत सिंह ने बताया कि प्रदीप के शव का पोस्टमार्टम कर परिवार वालों को सौंप दिया है। मृतक के भाई के बयान पर पर्चा दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि बिसरा जांच के लिए लैब में भेजा है और रिपोर्ट आने के बाद सारा मामला साफ होगा।

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