स्मार्ट स्कूलों में नहीं मिल रही कोई सुविधा : जयगोपाल धीमान

पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग की तरफ से स्मार्ट स्कूल मात्र देखने के लिए स्मार्ट है। जबकि स्कूलों में पढ़ाने के लिए पर्याप्त स्टाफ न होने के कारण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 10:15 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 10:15 PM (IST)
स्मार्ट स्कूलों में नहीं मिल रही कोई सुविधा : जयगोपाल धीमान
स्मार्ट स्कूलों में नहीं मिल रही कोई सुविधा : जयगोपाल धीमान

संवाद सहयोगी, माहिलपुर : पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग की तरफ से स्मार्ट स्कूल मात्र देखने के लिए स्मार्ट है। जबकि स्कूलों में पढ़ाने के लिए पर्याप्त स्टाफ न होने के कारण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उक्त बातें लेबर पार्टी के प्रधान जयगोपाल धीमान ने करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग की गलत नीतियों के कारण सरकारी स्कूल निजी स्कूलों के मुकाबले पिछड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग झूठे दावे कर लोगों को गुमराह कर रहा है। जबकि हकीकत में स्मार्ट स्कूलों में अन्य स्कूलों से कोई बेहतर सुविधाएं नहीं है। स्मार्ट स्कूल का बोर्ड लगाने से कुछ नहीं होता, बल्कि स्कूलों में पर्याप्त स्टाफ जरूरी होता है। रसूलपुर मिडल स्मार्ट स्कूल में 20 विद्यार्थी है और 2018 से टीचर एक था और अब दूसरा टीचर मिला है। माहिलपुर ब्लाक दो के एलिमेंट्री स्कूल में 20 विद्यार्थी है, लेकिन टीचर एक भी नहीं। इसी प्रकार हवलदार खेम सिंह सरकारी एलिमेंट्री स्कूल सरहाला खुर्द में 22 विद्यार्थी है जिन्हें एक टीचर पढ़ा रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूलों में राष्ट्रीय भाषा सहित अन्य विषयों को पढ़ाने वाले टीचर उपलब्ध ही नहीं है। जो सरकार के लिए चिता का विषय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राइट टू एजुकेशन एक्ट 2009 के अनुसार 14 साल तक मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन यहां सब उल्टा हो रहा है। सरकार की इस लापरवाही के चलते निजी स्कूल संचालक दोनों हाथों से लोगों को लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो सरकार बुनियादी अधिकार जनता तक नही पहुंचा सकती, उन्हें सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।

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