देश की आजादी के लिए कामरेडों की बड़ी कुर्बानियां है : महासिंह रौड़ी

औद्योगिक क्षेत्र टौंसा की इकाई सीटू तथा कंडी संघर्ष कमेटी की बैठक गांव फतेहपुर में हुई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 11:03 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 06:11 AM (IST)
देश की आजादी के लिए कामरेडों की बड़ी कुर्बानियां है : महासिंह रौड़ी
देश की आजादी के लिए कामरेडों की बड़ी कुर्बानियां है : महासिंह रौड़ी

संवाद सहयोगी, काठगढ़ : औद्योगिक क्षेत्र टौंसा की इकाई सीटू तथा कंडी संघर्ष कमेटी की बैठक गांव फतेहपुर में हुई। इसमें मुख्य तौर पर सीटू पंजाब प्रधान कामरेड महासिंह रौड़ी तथा कंडी संघर्ष कमेटी पंजाब के सचिव राणा कर्ण सिंह ने भाग लिया। दोनों नेताओं ने सरकार व फैक्ट्रियों के प्रबंधकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि देश को आजाद हुए 75 साल बीत गए हैं, लेकिन सरकारों ने गरीब मजदूर को गुलाम बनाने का प्रयास किया है।

विधायक चौधरी दर्शन लाल मंगूपुर ने कहा कि यह सब उद्योग बंद होने का कारण उक्त लोग हैं। जब कोई फैक्ट्री प्रबंधक मजदूरों से बेइंसाफी करते हैं, तो यह लोग मजदूर के पास नहीं आते, उल्टा प्रबंधकों के पास जाते हैं। डीसीएम उद्योग का बंद होना इन राजनीतिक लोगों की देन है। राणा कर्ण सिंह ने कहा कि हेल्थ कैप्स फैक्ट्री फतेहपुर पिछले दस महीने से संकट के दौर से गुजर रही है। मजदूरों का बनता वेतन समझौता करने के बाद भी नहीं मिला। इस समझौते को यह लोग लागू नहीं करवा सके। उन्होंने कहा कि बंद हुए उद्योगों को फिर से चालू करवाया जाए। इस अवसर पर दोनों जत्थेबंदियों के नेता व मजदूर शामिल थे।

chat bot
आपका साथी