विवाहिता ने फंदा लगाकर आत्महत्या की

होशियारपुर की एक बेटी दहेज की बलि चढ़ गई। ससुराल परिवार वालों ने उसे इतना परेशान किया कि मौत को गले लगा लिया। मामला रामपुर चौक जबलपुर थाना गोरखपुर का है और मृतका होशियारपुर के कस्बा मुकेरियां की रहने वाली थी जिसकी पहचान नवजोत मक्कड़ के रूप में हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 07:11 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 07:11 AM (IST)
विवाहिता ने फंदा लगाकर आत्महत्या की
विवाहिता ने फंदा लगाकर आत्महत्या की

जागरण संवाददाता, होशियारपुर : होशियारपुर की एक बेटी दहेज की बलि चढ़ गई। ससुराल परिवार वालों ने उसे इतना परेशान किया कि मौत को गले लगा लिया। मामला रामपुर चौक, जबलपुर, थाना गोरखपुर का है और मृतका होशियारपुर के कस्बा मुकेरियां की रहने वाली थी, जिसकी पहचान नवजोत मक्कड़ के रूप में हुई है। नवजोत मक्कड़ के पिता सेवानिवृत्त सूबेदार सतपाल सिंह ने बताया, ससुराल से फोन आया था कि नवजोत ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। इसके बाद तुरंत जबलपुर के लिए रवाना हो गए और पुलिस को इसकी सूचना दी। जब पुलिस ने नवजोत मक्कड़ के कमरे की तलाशी ली तो सुसाइड नोट मिला। इसमें नवजोत ने किसी को मौत का जिम्मेदार नहीं ठहराया, लेकिन परिवार वालों का आरोप है कि बेटी को दहेज के लिए इतना तंग किया गया कि मानसिक परेशानी में उसने आत्महत्या कर ली। परिवार ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

सतपाल सिंह ने बताया कि चार माह पहले जनवरी को नवजोत की शादी सिमरन मक्कड़ के साथ की थी। सबकुछ बहुत बढि़या था। सिमरन जर्मनी में कंपनी में बतौर इंजीनियर तैनात है। शादी के 10-12 दिन बाद सिमरन जर्मनी लौट गया। इसके बाद उसने नवजोत को अपने पास बुलाना था। इस बीच, ससुराल वालों ने दहेज की डिमांड करनी शुरू कर दी। यदि डिमांड पूरी होगी तो ही नवजोत विदेश जा सकती थी। एक माह पहले नवजोत मुकेरियां में आई थी और उसने तंग करने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने यह सोचकर कोई कदम नहीं उठाया कि ससुराल में शुरुआत में कुछ परेशानियां सामने आती हैं, समय के साथ सब ठीक हो जाएगा। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि नवजोत को ससुराली इतना तंग करेंगे कि वह आत्महत्या कर लेगी।

मायके से लौटने पर नहीं किया ठीक व्यवहार

सतपाल ने बताया कि 10 अप्रैल को नवजोत को ससुराल लौटी थी। ससुराल वालों ने इस दौरान नवजोत का कमरा शिफ्ट कर दिया। पहले कमरे में पूरी सुविधाएं थी, लेकिन बाद में उसे ड्राइंग रूम के पास एक छोटे से कमरे में शिफ्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ लोग अपनी बहू बेटियों को बड़े आराम से पर्दे में रखते हैं ताकि कोई परेशानी न हो उसके उल्ट नवजोत से ससुराल वाले व्यवहार सही नहीं करते थे। वह नवजोत को बार बार समझाते थे कि यह समय ठीक नहीं है, फिर भी निकल जाएगा। इस बीच, सिमरन ने 19 अप्रैल को जब नवजोत की जर्मनी ले जाने के लिए मुंबई में इंटरव्यू करवाई तो वहां पर दोनों में झगड़ा हो गया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बीच बचाव किया, जिसके बाद वह पूरी तरह से टूट चुकी थी। हालांकि पता चला है कि नवजोत की मौत की खबर सुनने के बाद जर्मनी में सिमरन ने भी आत्महत्या कर ली है परंतु इस बारे में पूछे जाने पर सतपाल ने कहा कि इसकी जानकारी नहीं है।

परिवार कर रहा जांच की मांग

नवजोत के परिवार का आरोप है कि नवजोत की मौत के बारे में पुलिस को सूचना नहीं दी गई। हालांकि यदि नवजोत ने फांसी लगाई थी तो उसका शव उतारा कैसे गया जबकि पहली सूचना पुलिस को देनी चाहिए थी। पुलिस को तब सूचना दी गई जब नवजोत के शव को अस्पताल पहुंचा दिया गया था। परिवार ने इस मामले में ससुराल वालों पर दहेज के लिए परेशान करने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है।

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