सरकारी सीसे स्कूल चौहाल में मनाया मानव सेवा संकल्प दिवस
मंगलवार को सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल चौहाल में मानव सेवा संकल्प दिवस मनाया गया। इस मौके पर लेक्चरार पूनम विरदी व एनसीसी के प्रोग्राम अधिकारी अंकुर शर्मा ने कहा कि भाई कन्हैया जी ने हमें मानव सेवा का जो मार्ग दिखाया है उस पर चलना आज के दौर में बहुत जरूरी है।
जागरण टीम, होशियारपुर: मंगलवार को सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल चौहाल में मानव सेवा संकल्प दिवस मनाया गया। इस मौके पर लेक्चरार पूनम विरदी व एनसीसी के प्रोग्राम अधिकारी अंकुर शर्मा ने कहा कि भाई कन्हैया जी ने हमें मानव सेवा का जो मार्ग दिखाया है, उस पर चलना आज के दौर में बहुत जरूरी है। जिस प्रकार भाई कन्हैया जी ने बिना भेदभाव के दुश्मन के घायल सैनिकों की भी जल सेवा की उसी तरह हम सबको बिना किसी भेदभाव के एक दूसरे की मदद करनी चाहिए। मदद करते समय केवल मानवता को ध्यान में रखना चाहिए। बहुत से देश हथियार खरीदने में जो पैसा लगाते हैं, अगर उन्हीं पैसों को विकास कार्यो में लगाया जाए तो आम लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकती हैं। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि सभी देशों में एक दूसरे के प्रति भाईचारे की भावना हो। कोई किसी के साथ विरोधाभास न रखे। अगर हम मानवता की भलाई चाहते हैं, तो हमें मैत्री भाव से रहना होगा। इस अवसर पर सभी ने मानव सेवा का संकल्प लिया। इस मौके पर स्कूल इंचार्ज लेक्चरार संदीप कुमार सूद, डा. बलविदर कौर, नरेश वशिष्ठ, सुनील कुमार, मनजिदर कौर व परविदर कौर भी उपस्थित थे। सिख इतिहास से संबंधित परीक्षा करवाई
संवाद सहयोगी, हरियाना: संत बाबा सुंदर सिंह जी वृद्ध आश्रम हरियाना में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की पावन उपस्थिति में बच्चों के लिए सिख इतिहास से संबंधित परीक्षा का आयोजन किया गया। इस मौके पर श्री गुरु नानक देव जी महाराज के विवाह पर्व को समर्पित कीर्तन दरबार का आयोजन भी किया गया। इस मौके पर आश्रम हरियाना के बच्चों के कीर्तनी जत्थे और भाई सुखराज सिंह जी प्रीतमपुरा वालों के जत्थे ने कीर्तन से संगतों को निहाल किया। विजेता बच्चों को मुख्य सेवादार व भाई सुखराज, जसप्रीत सिंह ने ईनाम भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जसप्रीत सिंह, सुरजीत सिंह हैप्पी, प्रदीप सिंह, ईश्मीत सिंह, गौरव जेई, हरजिदर सिंह फौजी, मलकीयत सिंह, हरुन कौर, आत्मा सिंह, गुरदीप सिंह, जगतार सिंह राणा, अमृतपाल सिंह, नमन सिंह राणा, जोगिदर सिंह, बलवंत सिंह कबीरपुर, दलजीत सिंह, बलवंत राये, तजिदर सिंह फतेहपुर, गुरबख्श सिंह व अन्य मौजूद थे।