बिगड़ी जीवनशैली के कारण होता है हेपेटाइटिस : डा. हरप्रीत
विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर कमाही देवी के बहचूहड़ के सुदामा मेहता अस्पताल में प्रबंधक कैप्टन रामपाल शर्मा की अध्यक्षता में कार्यक्रम हुआ।
संवाद सहयोगी, दातारपुर : विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर कमाही देवी के बहचूहड़ के सुदामा मेहता अस्पताल में प्रबंधक कैप्टन रामपाल शर्मा की अध्यक्षता में कार्यक्रम हुआ। इसमें डा. अमृतप्रीत कौर व डा. हरप्रीत कौर ने विचार रखते हुए कहा, अगर वक्त पर इसका इलाज न हो तो यह हेपेटोसेलुलर कैंसर का कारण बन सकता है। इसी वजह से इस दिन विशेष कार्यक्रम आयोजित कर हेपेटाइटिस के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है। डा. हरप्रीत कौर एवं डा. अमृतप्रीत कौर के मुताबिक हेपेटाइटिस संक्रामक रोगों का समूह है। इसे विभिन्न रूपों जैसे ए, बी, सी, डी और ई में विभाजित किया गया है। हेपेटाइटिस आमतौर पर वायरल संक्रमण के कारण होता है, लेकिन कई जोखिम कारक भी हैं, जैसे शराब, स्वास्थ्य खराब करने वाले खानों का अत्याधिक सेवन, दवा और चिकित्सीय स्थितियां। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हेपेटाइटिस को भारत के लिए प्रमुख स्वास्थ्य चिता बताया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2021 में लगभग चार करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी से संक्रमित थे। इसके अलावा हेपेटाइटिस सी से 60 लाख से 1.2 करोड़ लोग संक्रमित थे।
नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डा. बारूक ब्लमबर्ग का जन्म 28 जुलाई को हुआ था। उन्होंने सबसे पहले हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) की खोज की। इसके बाद इसका उपचार और टीका भी विकसित किया। इस वजह से उनकी जयंती पर विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। अमृतप्रीत कौर व डा. हरप्रीत कौर ने कहा, पिछले कुछ साल से जीवन शैली में बदलाव, मधुमेह और मोटापे के कारण इस रोग में बढ़ोतरी हुई है। जंक और फास्ट फूड की आदत ने भी ऐसी बीमारियों को बढ़ावा दिया है। इस अवसर पर प्रबंधक कैप्टन रामपाल शर्मा, शाम मुरारी, छज्जू राम उपस्थित थे।