कृषि विज्ञान केंद्र में पराली प्रबंधन पर करवाया प्रशिक्षण कोर्स

कृषि विज्ञान केंद्र होशियारपुर की ओर से धान की पराली प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण कोर्स का आयोजन एमएस रंधावा खोज केंद्र गंगिया में किया गया। इस प्रोग्राम में ब्लाक दसूहा के अलग-अलग गांवों के प्रगतिशील किसानों ने शिरकत की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:38 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:38 PM (IST)
कृषि विज्ञान केंद्र में पराली प्रबंधन पर करवाया प्रशिक्षण कोर्स
कृषि विज्ञान केंद्र में पराली प्रबंधन पर करवाया प्रशिक्षण कोर्स

जागरण टीम, होशियारपुर : कृषि विज्ञान केंद्र होशियारपुर की ओर से धान की पराली प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण कोर्स का आयोजन एमएस रंधावा खोज केंद्र गंगिया में किया गया। इस प्रोग्राम में ब्लाक दसूहा के अलग-अलग गांवों के प्रगतिशील किसानों ने शिरकत की। एसएस रंधावा खोज केंद्र गंगिया की इंचार्ज डा. सुमनजीत कौर ने प्रशिक्षण में पहुंचे विशेषज्ञों व किसानों का स्वागत किया व मशीनरी का सुचारु प्रयोग कर धान की पराली को संभालने पर जोर दिया। इस मौके पर अलग-अलग तकनीकी लेक्चरों के माध्यम से किसानों को जानकारी उपलब्ध करवाई गई। डिप्टी डायरेक्टर कृषि विज्ञान केंद्र डा. मनिदर सिंह ने बताया कि धान की पराली संभालना आज के समय की महत्वपूर्ण जरुरत है। उन्होंने पराली में मौजूद विभिन्न तत्वों की महत्ता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। किसानों को धान की पराली को आग लगाने से होने वाले नुकसान के साथ-साथ धान की पराली को संभालने संबंधी विभिन्न तकनीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। फार्म सलाहकार सेवा संस्था गंगिया के इंचार्ज डा. चरनजीत कौर ने किसानों को रबी की फसलों गेहूं, छोले, मसूर, गोभी सरसों की उन्नत किस्मों, बिजाई, खादों के सुचारु प्रयोग व नदीन प्रबंधन के बारे में जरुरी जानकारी दी गई। जिला प्रसार माहिर (कीट विज्ञान) डा. राकेश कुमार शर्मा ने रबी की फसलों के कीट प्रबंधन व बीज संशोधन के बारे में जानकारी दी। किसानों की सुविधा के लिए सर्दी की सब्जियों की किटें, रबी की फसलों की काश्त के बारे में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की किताब व गेहूं के लिए जीवाणु खाद के टीके भी उपलब्ध करवाए गए। अंत में फार्म सलाहकार संस्था गंगिया की फल विज्ञान माहिर डा. इंदिरा देवी ने कार्यक्रम में पहुंचे विशेषज्ञों व किसानों का धन्यवाद किया।

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