दाल व सब्जियों के महंगों दामों से बिगड़ गया रसोई बजट
अब रसोई घरों में तड़का लगाना महंगा हो गया है। जी हां प्याज व दालों के दाम यहां तक पहुंच गए हैं कि यह खाने के मेन्यू से ही बाहर होने लगे हैं।
वरिदर बेदी, होशियारपुर
अब रसोई घरों में तड़का लगाना महंगा हो गया है। जी हां, प्याज व दालों के दाम यहां तक पहुंच गए हैं कि यह खाने के मेन्यू से ही बाहर होने लगे हैं। होटलों में खाने के साथ सलाद में जो प्याज आता था, वह दूसरी बार मांगने पर अलग से चार्ज देना पड़ता है। आपूर्ति कम होने से रेट लगातार बढ़ रहे हैं। इसके कारण रसोई बजट सिकुड़ रहा है। आलम यह है कि थाली से प्याज व सलाद लगभग गायब हो गई है। रोज बनने वाली दाल अब हफ्ते में एक दिन खाने को मिल रही है। हालांकि सब्जी के भी दाम बढ़े हैं, लेकिन दाल के मुकाबले सब्जी बजट में आ रही है। ऐसे में सारा दारोमदार गृहणियों पर ही है। बजट कंट्रोल करने के लिए सब्जी में जहां पांच छह प्याज डालती थी वहां अब वह दो से काम चला रही हैं। दोपहर खाने में तो प्याज की सलाद गायब ही हो चुकी है। वहीं दाल तेल के रेट ने भी रसोई का बजट हिलाकर रख दिया है। दाल पहले अब
-मूंग दाल छिलका 100 140
-मूंग धोई दाल 90 120
-अरहर 100 140
-मसूर 80 100
-चने काले 65 80
-चने सफेद 75 90
-मांह साबुत 90 120
-राजमा 100 140
-राजमा लाल 90 140
-तेल सरसों 95 140
-घी डालडा 90 130
-रिफाइंड 90 130
सब्जी पहले अब
मोटा प्याज 30 50
-मटर 20 40
-टमाटर 20 30-40
-शिमला मिर्च 40 60
-भिडी 60-100
-खीरा 10 30-40
-गोभी 10 20-25
-अरबी 40 80
-फरांस बीन 40 60
-मशरुम 20 50 (200 ग्राम)
-हरी मिर्च- 40 60-70 किलोग्राम
-घीया 30- 60
-लहसून 120- 160 किलोग्राम
-अदरक 30- 40 किलोग्राम